तुर्की
तुर्की (Turkey), आधिकारिक तौर पर तुर्की गणराज्य, मुख्य रूप से पश्चिमी एशिया में स्थित एक अंतरमहाद्वीपीय देश है (Transcontinental Country), जिसमें दक्षिणपूर्व यूरोप में बाल्कन का एक हिस्सा शामिल है. यह उत्तर-पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया के साथ, उत्तर में काला सागर, उत्तर पूर्व में जॉर्जिया, पूर्व में आर्मेनिया, अजरबैजान और ईरान, दक्षिण पूर्व में इराक, दक्षिण में सीरिया और भूमध्य सागर, और पश्चिम में एजियन सागर के साथ सीमा साझा करता है (Turkey Geographical Location). इसका क्षेत्रफल 7,83,356 वर्ग किलोमीटर है (Turkey Area). इस देश की आबादी 8,46,,80,273 है, जिसमें तुर्क का बहुमत है और कुर्द सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं (Turkey Population). अंकारा तुर्की की राजधानी है (Turkey Capital Ankara), जबकि इस्तांबुल इसका सबसे बड़ा शहर और वित्तीय केंद्र है (Turkey Largest City Istanbul).
दुनिया के सबसे पुराने स्थायी रूप से बसे क्षेत्रों में से एक, आज का तुर्की गोबेकली टेप जैसे महत्वपूर्ण नवपाषाण स्थलों का घर था. यह हटियन, अनातोलियन लोग, माइसीनियन यूनानी जैसी कई प्राचीन सभ्यताओं का निवास था. किया. 19वीं सदी की शुरुआत में महमूद द्वितीय ने तुर्की के आधुनिकीकरण का आगाज किया. 1908 की यंग तुर्क क्रांति ने सुल्तान के अधिकार को प्रतिबंधित कर दिया और 30 साल के निलंबन के बाद तुर्क संसद को बहाल कर दिया. तुर्की ने 29 अक्टूबर 1923 को गणतंत्र की घोषणा की. देश के पहले राष्ट्रपति मुस्तफा कमाल अतातुर्क द्वारा शुरू किए गए सुधारों के साथ, तुर्की एक धर्मनिरपेक्ष, एकात्मक और संसदीय गणराज्य बन गया. तुर्की 1952 में नाटो में शामिल हो गया. संसदीय गणतंत्र को 2017 में जनमत संग्रह द्वारा राष्ट्रपति प्रणाली में बदल दिया गया (Turkey History).
तुर्की का औद्योगीकरण अभी पहले चरण में है. यह एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, जो जीडीपी के आधार पर दुनिया में बीसवीं सबसे बड़ी और पीपीपी के मुताबिक ग्यारहवीं सबसे बड़ी है (Turkey Economy). यह संयुक्त राष्ट्र का एक चार्टर सदस्य, नाटो, आईएमएफ और विश्व बैंक का प्रारंभिक सदस्य और ओईसीडी, ओएससीई, बीएसईसी, ओआईसी और जी20 का संस्थापक सदस्य है (Turkey in World Forums).
इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्की में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति एर्दोगन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी इमामोग्लू को हिरासत में लिए जाने के बाद से अब तक करीब दो हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
तुर्की में इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू को भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उनके जेल जाने से तुर्की भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इमामोग्लू तुर्की का एक लोकप्रिय चेहरा हैं जिन्हें एर्दोगन का सबसे प्रमुख विरोधी माना जाता है.
इस्तांबुल के मेयर और सीएचपी नेता एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्की में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. उन पर भ्रष्टाचार और आतंकवादी संगठनों से संबंधों के गंभीर आरोप हैं. इस विवाद के चलते तुर्की की सड़कों पर संग्राम छिड़ गया है, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई हैं और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है.
तुर्की के इस्तांबुल स्थित इराकी महावाणिज्य दूतावास पर अज्ञात बंदूकधारी ने गोलीबारी की है. तुर्की विदेश मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार को मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारी ने तुर्की के इस्तांबुल शहर में इराकी वाणिज्य दूतावास के सामने आठ गोलियां चलाईं.
इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी ने पूरे देश में भूचाल ला दिया है. उन पर भ्रष्टाचार और टेरर फंडिंग के आरोप लगाए गए हैं. विपक्षी दल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है, जो राष्ट्रपति एर्दोगन के लंबे शासन के खिलाफ उठी सत्ता विरोधी लहर का हिस्सा है.
इस्तांबुल विश्वविद्यालय ने मंगलवार को कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एकरेम इमामोग्लू की डिग्री अनियमितताओं के कारण रद्द कर दिया है. इस कदम से विपक्ष को अगले चुनाव में उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनने से कुछ दिन पहले झटका लगा है. एकरेम ने इसे साफ-साफ दबाव में लिया गया फैसला बताया है.
बांग्लादेश की सीमा से लगे भारत के संवेदनशील इलाकों में तुर्की में बने कुछ ड्रोन देखे गए हैं. ये ड्रोन बांग्लादेश की सेना के हैं और माना जा रहा है कि ये भारतीय इलाकों की निगरानी कर रहे हैं. इसे लेकर संबंधित भारतीय अधिकारी सचेत हो गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम जारी किया है जिसके तहत अमेरिका में पैसे निवेश कर वहां की नागरिकता ली जा सकती है. दुनिया में बहुत से ऐसे देश हैं जो अपने यहां निवेश के बदले में नागरिकता देते हैं. नागरिकता खरीदने में करोड़ों रूपये का खर्चा आता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. किसी अन्य देश के पास इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. किसी अन्य देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के बजाय, यह उचित होता अगर भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद का इस्तेमाल करने की पाकिस्तान की नीति पर हमला किया गया होता.
भारत दम भर सोना खरीद रहा है, चीन का भी यही हाल है, तुर्की और यूरोप के देश भी गोल्ड शॉपिंग पर निकले हुए हैं. लेकिन क्यों? क्या ये ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी से पैदा होने वाले खतरे को देखते हुए सेंट्रल बैंक भविष्य की तैयारी कर रहे हैं. या फिर सचमुच दुनिया डॉलर की दादागीरी को टक्कर देने की तैयारी कर रही है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि तुर्की के बोलू पहाड़ों में ग्रैंड कार्तल होटल में मंगलवार को भीषण आग लगने से 76 लोगों की मौत हो गई. ये घटना उत्तर-पश्चिमी तुर्की के एक लोकप्रिय गंतव्य कार्तलकाया स्की रिसॉर्ट में सामने आई, जहां उस समय 234 मेहमान ठहरे हुए थे.
सऊदी अरब में भारत के पूर्व राजदूत तलमीज अहमद ने सीरिया में असद की सत्ता गिरने को इजरायल, तुर्की और अमेरिका की साजिश करार दिया है. उन्होंने दावा किया है कि सीरियाई सैनिकों को पहले ही चेता दिया गया था कि अगर उन्होंने लड़ने की ठानी तो उन पर एयरस्ट्राइक की जाएगी.
सीरिया में एसडीएफ पर तुर्की के हमलों से अमेरिका नाराज हो गया है. अमेरिका इस समूह के साथ मिलकर आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. वहीं, तुर्की से इस समूह की दुश्मनी है.
सीरिया में कार्यवाहक सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन वहां मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सीरिया में इजरायल और तुर्किए की सेना लगातार हमले कर रही है. उनके सैन्य ठिकानों को निशाना बना रही है. मंगलवार को एक तरफ मोहम्मद अल बशीर को सीरिया का नया कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुना गया तो दूसरी तरफ इज़रायल अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के नाम पर सीरिया के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया.
तुर्की ने सीरिया में कुर्द विद्रोहियों के 12 हथियार लदे ट्रकों को निशाना बनाया. इन ट्रकों में सीरियाई सेना से लूटी गई मिसाइलें, रॉकेट्स और गोला बारूद था. तुर्की ने सटीक एयरस्ट्राइक और मिसाइल स्ट्राइक से सभी ट्रकों को उड़ा दिया. तुर्की का आरोप है कि कुर्द विद्रोही गुट वाईपीजी इन हथियारों को अपने गोदामों तक ले जा रहा था. यह कार्रवाई सीरिया में तनाव को और बढ़ा सकती है क्योंकि वाईपीजी अमेरिकी गठबंधन का हिस्सा है जो इस्लामिक स्टेट के खिलाफ़ लड़ रहा है.
-कब्जा करके भी सीरिया का बड़ा हिस्सा विद्रोहियों के हाथ में नहीं है? जानिए इजरायल, तुर्की ने कौन-कौन से इलाके कब्जा लिए हैं, रूस का बेस किन इलाकों में स्थित है
इजरायल, अमेरिका, तुर्की और रूस ... ये देश मिलकर सीरिया से चाहते क्या है? सीरिया में बशर अल असद की सरकार खत्म हो चुकी है. विद्रोहियों ने कब्जा जमा लिया है. स्थिति ऐसी बन रही है कि सीरिया टूटने की कगार पर पहुंच रहा है. इसका बंटवारा हो सकता है. आइए जानते हैं इस देश में पावर नेशंस का इंट्रेस्ट...
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने सोमवार को कहा कि उनके देश ने सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि हमलों का उद्देश्य इन हथियारों को शत्रुतापूर्ण हाथों में जाने से रोकना था.
अल कायदा के पूर्व कमांडर अबू मोहम्मद अल जोलानी हगयात तहरीर अल शाम ग्रुप की अगुवाई कर रहे हैं. यह सीरिया का सबसे बड़ा विद्रोही धड़ा है और फिलहाल देश की बागडोर इसी के हाथ में है. जोलानी का कहना है कि असद की सरकार का पतन इस्लामिक राष्ट्र की जीत है.
तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने सीरिया में विद्रोहियों का समर्थन कर असद सरकार को कमजोर किया, वहीं NATO और रूस के साथ अपने रिश्ते संतुलित रखे. उनकी दोहरी रणनीति ने तुर्की को सीरिया में सबसे ताकतवर विदेशी खिलाड़ी बना दिया है.
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई के सलाहकार ने सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध के बीच तुर्की को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस्लाम से जुड़ा लंबा इतिहास रखने वाला ईरान इजरायल और अमेरिका के जाल में फंस जाएगा, इसकी ईरान को उम्मीद नहीं थी.