यूको बैंक
यूको बैंक (UCO Bank) भारत का एक राष्ट्रीयकृत बैंक है (Nationalized Bank of India). इसे पहले यूनाइटेड कमर्शियल बैंक के नाम से जाना जाता था. इसकी स्थापना 1943 में कोलकाता में हुई थी (UCO Bank Founded). वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इसका कुल कारोबार ₹3.24 लाख करोड़ था (UCO Bank Total Business). 2020 में फॉर्च्यून इंडिया 500 की सूची में इसे 80वां स्थान दिया गया था. फोर्ब्स ग्लोबल 2000 की वर्ष 2018 की सूची में यूको बैंक को 1948 नंबर पर स्थान दिया गया था. 30 मार्च 2017 तक पूरे भारत में इस बैंक के पास 4,000 से अधिक सर्विस यूनिट और 49 क्षेत्रीय कार्यालय थे (UCO Bank Network). सिंगापुर और हांगकांग में इसकी दो विदेशी शाखाएं भी हैं (UCO Bank Foreign Branches). यूको बैंक का मुख्यालय बीटीएम सारणी, कोलकाता में है (UCO Bank Headquarters).
1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान भारतीय उद्योगपति जी डी बिड़ला (GD Birla) ने भारतीय पूंजी और प्रबंधन के साथ एक वाणिज्यिक बैंक के आयोजन के विचार की कल्पना की और उस विचार को आकार देने के लिए यूनाइटेड कमर्शियल बैंक लिमिटेड की स्थापना की गई (UCO Bank Founder). बैंक की शुरुआत कोलकाता के प्रधान कार्यालय के रूप में ₹2 करोड़ की जारी पूंजी के साथ की गई थी. बिड़ला इसके अध्यक्ष थे. बैंक ने पूरे भारत में एक साथ 14 शाखाएं खोली थी. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, यूनाइटेड कमर्शियल बैंक ने कई विदेशी शाखाएं खोलीं. 1947 में रंगून, 1951 में सिंगापुर, 1952 में हांगकांग, 1953 में लंदन में इसने अपनी शाखाएं खोलीं (UCO Bank Global Presence). भारत सरकार ने 19 जुलाई 1969 को यूनाइटेड कमर्शियल बैंक का राष्ट्रीयकरण किया (UCO Bank Nationalization). 1985 में संसद के एक अधिनियम ने बैंक का नाम बदलकर यूको बैंक कर दिया (UCO Bank Naming).
31 मार्च 2021 तक बैंक में सरकारी शेयरधारिता 94.44% थी. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए, इसने ₹167 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया (UCO Bank Stakeholders and Profit).
Stock Market Rise: शेयर बाजार में बुधवार को भी तेजी जारी रही और बैंकिंग शेयर जोरदार रफ्तार के साथ भागते नजर आए. एक ओर जहां सेंसेक्स 81000 के पार निकल गया, तो वहीं HDFC Bank से लेकर UCO Bank तक के स्टॉक्स में तूफानी तेजी आई.
CBI ने इस संदिग्ध IMPS Transactions को लेकर यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 दस्तावेजों के साथ ही 43 डिजिटल डिवाइस भी छापेमारी के दौरान जब्त की हैं. ये पूरा मामला 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शंस से जुड़ा हुआ है.
UCO Bank की ओर से इस संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से भी शिकायत की गई है और मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है. ट्रांसफर की गई रकम में से 649 करोड़ रुपये बैंक की रिकवरी हो चुकी है, जबकि 171 करोड़ रुपये वापस पाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हाल ही में कहा था कि रूस के पास अरबों भारतीय रुपये पड़े हुए हैं. अब वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि रूस के पास वोस्ट्रो अकाउंट्स में रुपये का कोई भंडार नहीं है.