ऊपरी सुबनसिरी (Upper Subansiri) अरुणाचल प्रदेश राज्य का एक प्रशासनिक जिला है (District of Arunachal Pradesh). जिले का गठन, 1980 में सुबनसिरी जिले को ऊपरी और निचले सुबनसिरी जिलों में विभाजित कर किया गया था (Formation of Upper Subansiri). जिला मुख्यालय दापोरिजो (Daporijo) में स्थित है. ऊपरी सुबनसिरी जिला का क्षेत्रफल 7,032 वर्ग किलोमीटर है (Upper Subansiri Area).
जिले का महत्वपूर्ण शहर हैं चेतम, गिबा, ताकसिंग, लाइमकिंग, नाचो, सियुम, पायेंग, तलिहा, गीते रिपा, गुस्सर, डम्पोरिजो, दापोरिजो, मारो, बारिरिजो और पुचिगेकु, जिनमें से प्रत्येक एक सर्कल का मुख्यालय है (Cities of Upper Subansiri).
2006 में भारत सरकार ने ऊपरी सुबनसिरी को देश के 250 सबसे पिछड़े जिलों में से एक नाम दिया. यह अरुणाचल प्रदेश का एकमात्र जिला है जो वर्तमान में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि कार्यक्रम (BRGF) से धन प्राप्त कर रहा है.
2011 की जनगणना के अनुसार, ऊपरी सुबनसिरी जिले की आबादी 83,448 है (Upper Subansiri Population). जिले का जनसंख्या घनत्व 12 निवासी प्रति वर्ग किलोमीटर है (Upper Subansiri Density). इस जिले में, नाचो, तलिहा, दापोरिजो और डम्पोरिजो, चार अरुणाचल प्रदेश विधानसभा क्षेत्र हैं. ये सभी अरुणाचल पश्चिम लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं (Upper Subansiri Constituencies).
जिले में पर्यटक स्थलों में, आओ टोपो प्रतिमा, मेंगा मंदिर, जलांग झरना और अचिन मुरी, जो 1953 में भारतीय सेना के नरसंहार से जुड़ा एक ऐतिहासिक स्थान है (Upper Subansiri Tourism).
अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी में पुलिस ने नाबालिग को बंधक बनाकर उसके साथ गैंग रेप करने के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बदमाशों ने 13 साल की लड़की को किडनैप कर 5 दिनों तक उसके साथ रेप किया था.