scorecardresearch
 
Advertisement

वैशाली

वैशाली

वैशाली

वैशाली

वैशाली जिला भारत के बिहार राज्य का एक जिला है. यह तिरहुत डिवीजन का एक हिस्सा है. 1972 में मुजफ्फरपुर से अलग होकर वैशाली को एक अलग जिला बनाया गाया. वैशाली जिले में एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है (Parliamentary Constituencies of Vaishali), जिसके अंतर्गत कुल 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं (Assembly Constituencies of Vaishali). 

2011 की जनगणना के मुताबिक वैशाली जिले की जनसंख्या 34.95 लाख है (Vaishali Population). इस जिले का क्षेत्रफल 2,036 वर्ग किलोमीटर है (Area). यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1,717 लोग रहते हैं (Vaishali Density). इस जिले का लिंगानुपात 895 है (Vaishali Sex Ratio). यहां की औसत साक्षरता दर 66.60 फीसदी है, जिसमें 75.41 फीसदी पुरुष और 56.73 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं (Vaishali Literacy).  

वैशाली का नाम राजा विशाल के नाम पर पड़ा है. बौद्ध धर्म और जैन धर्म के आगमन से पहले भी, वैशाली, महावीर के जन्म से पहले, जीवंत वज्जी संघ की राजधानी थी, जो बताती है कि यह दुनिया का पहला गणतंत्र था. उस अवधि में, वैशाली एक प्राचीन महानगर और मिथिला के वज्जी परिसंघ के गणतंत्र की राजधानी थी, जो वर्तमान बिहार के अधिकांश हिमालयी गंगा क्षेत्र को कवर करती थी (History of Vaishali). 

सम्राट अशोक (Emperor Ashoka) ने कोल्हुआ में सिंह स्तंभ का निर्माण कराया था. यह लाल बलुआ पत्थर के अत्यधिक पॉलिश किए गए एकल टुकड़े से बना है, जो 18.3 मीटर ऊंची घंटी के आकार की है. खंभे के ऊपर एक सिंह की आदमकद आकृति रखी गई है. यहां एक छोटा तालाब है जिसे रामकुंड के नाम से जाना जाता है. कोल्हुआ में एक ईंट स्तूप के बगल में स्थित यह स्तंभ बुद्ध के अंतिम उपदेश की याद दिलाता है (The Lion Pillar of Vaishali).

वैशाली अपने पर्यटक आकर्षण के लिए जाना जाता है क्योंकि विश्व का पहला गणराज्य वैशाली से संबंधित है, भगवान महावीर का जन्म स्थान वैशाली में है (Bhagwan Mahavir Birth Place), गौतम बुद्ध अवशेष स्तूप वैशाली में स्थित है (Gautam budha relic stupa), सम्राट अशोक स्तंभ भी एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है (Tourist Places of Vaishali).

इस क्षेत्र की बोली बज्जिका और मैथिली है (Languages of Bihar)
 

और पढ़ें

वैशाली न्यूज़

Advertisement
Advertisement