विजेंदर गुप्ता (Vijender Gupta) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025) के लिए पार्टी ने उन्हें दिल्ली के रोहिणी सीट से उम्मीदवार चुना है. वह वर्तमान में रोहिणी निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा सदस्य हैं और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं. उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में रोहिणी से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार राजेश नामा 'बंसीवाला' को 12,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था.
दिल्ली राज्य चुनाव 2015 में, वह जीतने वाले तीन भाजपा उम्मीदवारों में से एक थे. वे भाजपा की दिल्ली राज्य इकाई के अध्यक्ष भी थे. श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पूर्व छात्र और रोहिणी से तीन बार पार्षद रहे गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष हैं.
उन्होंने 1980 में जनता विद्यार्थी मोर्चा के सचिव के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया. 1983 में उन्हें जल्द ही जनता विद्यार्थी मोर्चा का संयुक्त संयोजक बना दिया गया. 1995 में उन्हें केशव पुरम जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
इस समारोह में दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और सभी मंत्री भी उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करना और नई पीढ़ी को इसकी महत्ता से अवगत कराना है. इस कार्यक्रम में 2500 से ज्यादा लोग शामिल होने की संभावना है.
प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा, '10 साल में अधिकारियों की खाल मोटी हो गई है. हम लोग खुद जमीन पर उतरकर पसीने बहा रहे हैं, उनको भी सड़क पर ला रहे है. जब उनके पसीने निकलेंगे तो उनकी चर्बी घटेगी. काम तो इन्हीं अधिकारियों से करवाएंगे. समर एक्शन प्लान को लेकर हम हर तीसरे दिन बैठक कर रहे हैं.'
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने विधायकों की शिकायत पर चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है. विधायकों का आरोप है कि अफसर उनके फोन नहीं उठाते और मैसेज का जवाब नहीं देते. स्पीकर ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों का सम्मान किया जाना चाहिए. आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर बीजेपी पर पलटवार किया है.
दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लिखे पत्र के बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'हमारे विधायकों ने हमें बताया कि अफसर फोन नहीं उठाते है... चुने हुए प्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का सम्मान होना चाहिए. ब्यूरोक्रेट्स अगर मैसेज का जवाब नहीं देंगे या फोन नहीं उठाएंगे या सदस्यों को वापस कॉल नहीं करेंगे तो बातचीत में दिक्कत आती है.
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा, "कुछ ऐसे मामले मेरे संज्ञान में लाए गए हैं, जहां विधानसभा सदस्यों द्वारा पत्र, फोन कॉल या पत्रों को संबंधित अधिकारी द्वारा स्वीकार भी नहीं किया गया है." उन्होंने इसे "गंभीर" मामला बताया.
विधान सभा सचिवालय ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे विधायकों की आवश्यकताओं और अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए कार्यालय आवंटन की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करें. इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नव-निर्वाचित विधायक बिना किसी बाधा के अपने क्षेत्र की जनता की समस्याओं को सुन सकें और उनके समाधान की दिशा में प्रभावी कदम उठा सकें.
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष ने गुरुवार को व्यवसाय सलाहकार समिति और निजी सदस्य विधेयक एवं संकल्प समिति का गठन किया है. ये समितियां विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने और विधायी चर्चाओं को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, "रूल बुक के हिसाब से ही विधानसभा परिसर के लॉन शामिल नहीं है, गांधी मूर्ति का एरिया शामिल नहीं है, लीडर ऑफ अपोजिशन का कमरा शामिल नहीं है. हम रूलबुक के मुताबिक ही बात कर रहे हैं."
दिल्ली विधानसभा में AAP विधायकों के निलंबन पर विवाद गहरा गया है. नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को चिट्ठी लिखकर विपक्ष के साथ अन्याय का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि 'जय भीम' बोलने पर AAP विधायकों को बाहर किया गया, जबकि BJP विधायकों को 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने दिए गए. देखें ये वीडियो.
सूत्रों ने बताया कि कल यानी शुक्रवार को विधानसभा में एक और सीएजी रिपोर्ट पेश की जाएगी. इस रिपोर्ट में दिल्ली के हेल्थ सेक्टर की अनियमितताओं का जिक्र होगा. इससे पहले 25 फरवरी को शराब घोटाले पर सीएजी रिपोर्ट पेश की गई थी, जिसमें भारी गड़बड़ियों की बात सामने आई थी.
दिल्ली विधानसभा की मंगलवार की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. उपराज्यपाल के अभिभाषण के बीच में ही आम आदमी पार्टी के विधायक हंगामा करने लगे. स्पीकर ने विपक्ष की नेता आतिशी समेत AAP के 12 विधायकों को विधानसभा से बाहर कर दिया और पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया.
राजनीति में अरविंद केजरीवाल को लाने में CAG रिपोर्ट का भी उतना ही योगदान है, जितना अन्ना आंदोलन का. वैसे ही बीजेपी सरकार अब CAG रिपोर्ट को AAP के खिलाफ हथियार बना रही है, जिसे दबा कर रखने का केजरीवाल और आतिशी पर इल्जाम लगा है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने से पहले ही आतिशी को उनकी भूमिका समझाई जाने लगी थी. बारी बारी सभी नेता बताते रहे कि आतिशी सिर्फ चुनाव तक ही मुख्यमंत्री रहेंगी. तब किसी को क्या मालूम कि आतिशी के लिए वक्त ने अलग ही लंबी भूमिका तय कर रखी है - और वो नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं.
बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा का नया अध्यक्ष चुना गया है. नेता सदन रेखा गुप्ता ने विजेंदर गुप्ता के संघर्ष को याद किया और उम्मीद जताई कि उनकी अध्यक्षता में सदन सौहार्दपूर्ण माहौल में चलेगा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे नियमों का पालन करवाते हुए अच्छे माहौल में सदन चलाएंगे. देखें वीडियो.
BJP विधायक विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट सदन के पटल पर आने से पहले AAP बौखला गई है. AAP मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रही है और झूठ पर झूठ बोल रही है. AAP नेताओं का हाल 'रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया' जैसा हो गया है.
रेखा गुप्ता दिल्ली में लेडीज-फर्स्ट वाले फॉर्मूले से मुख्यमंत्री पद के सारे दावेदारों पर भारी पड़ी हैं, और इसीलिए प्रवेश वर्मा जैसे मजबूत नेताओं को कैबिनेट में ऐडजस्ट करना पड़ा है, जैसे महाराष्ट्र में पिछली बार देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बना दिया गया था.
Vijendra Gupta Net Worth : विजेंदर गुप्ता ने कॉमर्स में दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी मास्टर की डिग्री हासिल की है और चुनावी हलफनामे के मुताबिक, 16.10 करोड़ की नेटवर्थ के मालिक विजेंदर गुप्ता के ऊपर 98.17 लाख रुपये का कर्ज भी है.
दिल्ली में नई सरकार के शपथग्रहण से पहले बीजेपी ने विधानसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के लिए भी नामों का ऐलान कर दिया है. दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता विधानसभा स्पीकर होंगे.
भाजपा के कई अन्य विधायक भी अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. उनका मकसद सिर्फ मुख्यमंत्री बनना है और मुख्यमंत्री न बन सके तो किसी मंत्रालय की जिम्मेदारी ही मिल जाए.
भारतीय जनता पार्टी में आज की तारीख में सीएम चुनते वक्त जाति के अलावा और भी कई मानदंडों का ध्यान रखा जाता है. विशेषकर दिल्ली राजधानी है और यहां विपक्ष में अरविंद केजरीवाल जैसा दमदार व्यक्ति है, इसलिए यहां के सीएम का चुनाव और भी महत्वपूर्ण हो जाता है.
Delhi Election Results 2025: दिल्ली में बीजेपी के लिए सीएम का चुनाव करना बहुत कठिन होने वाला है. बीजेपी को एक ऐसी शख्सियत का चुनाव करना है जो सबको साथ लेकर चल सके और इतना तेज तर्रार हो कि दिल्ली में ठप पड़ चुके विकास कार्यों, साफ सफाई आदि में तुरंत बदलाव ला सके. वो भी 'लो प्रोफाइल' रहकर.