विनोद शांतिलाल अडानी (Vinod Shantilal Adani) दुबई स्थित एक भारतीय अरबपति व्यवसायी हैं (Businessman). 2022 के अंत में, हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (Hurun India Rich List) के अनुसार, उन्हें 169,000 करोड़ रुपए (US $20.42 बिलियन) की संपत्ति के साथ सबसे अमीर अनिवासी भारतीय और समग्र रूप से छठे सबसे अमीर भारतीय के रूप में स्थान दिया था. वह भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के बड़े भाई हैं (Elder Brother, Vinod Adani).
अडानी 1994 से दुबई में रह रहे हैं. उन्होंने दुबई, जकार्ता और सिंगापुर में व्यापारिक व्यवसायों का प्रबंधन किया है (Vinod Adani Dubai Based Indian Businessman).
2021 में, इंडिया टुडे ने उन्हें पनामा पेपर्स में सूचीबद्ध किया था. 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने उनके व्यापारिक व्यवहार की आलोचनात्मक रिपोर्ट प्रकाशित की था.
Adani Group On Hindenburg Report : सेबी चीफ के बाद हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप की ओर से बयान जारी किया गया है और इसमें लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया गया है.
हिंडनबर्ग ने व्हिसिल ब्लोअर डॉक्यूमेंट्स के आधार पर आरोप लगाया है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की मॉरिशस की ऑफशोर कंपनी 'ग्लोबल' डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड' में हिस्सेदारी है. इस कंपनी में गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी ने अरबों डॉलर का निवेश किया है. इस पैसे का इस्तेमाल शेयरों के दामों में तेजी लाने के लिए किया गया है.
सोमवार को ब्लूमबर्ग ने बताया कि 62 साल के गौतम अडानी 70 वर्ष की उम्र में कारोबार से हटने की योजना बना रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कारोबार को चार उत्तराधिकारियों गौतम अडानी के बेटे करण और जीत अडानी और उनके चचेरे भाई प्रणव और सागर अडानी के बीच बांटा जाएगा.