वैगनर ग्रुप, एक रूसी अर्धसैनिक संगठन है (Wanger Group Russia), जो आधिकारिक तौर पर PMC वैगनर के रूप में जाना जाता है. यह रेंट के सैनिकों का एक नेटवर्क है जो माना जाता है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पूर्व करीबी सहयोगी येवगेनी प्रिगोझिन की निजी सेना है.
वैगनर ग्रुप रूस में कानून से परे काम करता है. लेकिन निजी सैन्य कंपनियों को आधिकारिक तौर पर प्रतिबंधित किया गया है. क्योंकि यह रूसी हितों के समर्थन में काम करता है. यह रूसी रक्षा मंत्रालय (MoD) से उपकरण हासिल करता है और प्रशिक्षण के लिए MoD प्रतिष्ठानों का उपयोग करता है. वैगनर समूह को MoD या रूस की सैन्य खुफिया एजेंसी, GRU की एक इकाई भी कहा जाता है. जबकि वैगनर ग्रुप खुद को संचालित नहीं करता है (Wanger Group in Russia).
वैगनर ग्रुप को नए-नाजीवाद और सुदूर-दक्षिणपंथी उग्रवाद से जोड़ा गया है (Wanger Military Russia).
रूस और यूक्रेन को जंग लड़ते 1000 दिन हो गए हैं. इतने दिनों में रूस की सेना 90 हजार और एयरफोर्स ने 20 हजार से ज्यादा हमले किए. 40 हजार आम नागरिक मारे गए हैं. कथित तौर पर सात लाख रूसी लोग मारे गए. हर दिन करीब 1517 लोग मारे जा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि नुकसान सिर्फ यूक्रेन को हो रहा है. रूस ने काफी नुकसान झेला है. देखिए दर्द की तस्वीरें...
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने धमकी दे दी है कि जरूरत पड़ी तो रूस-परमाणु हमला करने से नहीं हिचकेगा. इस तनाव के बीच, पूरी दुनिया जानती है कि प्रस्ताव को अमल में लाने के लिए पुतिन को किसी से पूछने की जरूरत नहीं. ये बात कई देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है.
अगले साल रूस में राष्ट्रपति पद के लिए इलेक्शन होने वाला है. व्लादिमीर पुतिन इसमें शामिल होने की घोषणा कर चुके. 70 साल से अधिक उम्र के पुतिन पर आरोप लगता रहा कि कोरोना के दौर में उन्होंने रूसी संविधान में ऐसे बदलाव किए, जिसने उन्हें असीमित ताकत दे दी. यहां तक कि वे बगैर चुनाव करवाए भी प्रेसिडेंट बने रह सकते हैं.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन सत्ता में पिछले दो दशक से अधिक समय से बने हुए हैं. यूक्रेन युद्ध से रूस को भारी नुकसान हुआ है बावजूद इसके पुतिन बेहद लोकप्रिय हैं. अगले साल रूस में चुनाव होने वाले हैं जिसे लेकर पुतिन ने बड़ी घोषणा की है.
Israel की मुसीबतें अब रूस की प्राइवेट आर्मी बढ़ा रही है. वह हिज्बुल्ला आतंकियों को एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम दे रही है. यानी इजरायल के रॉकेट, फाइटर जेट अगर हिज्बुल्ला आतंकियों पर हमला करने जाए, तो इस डिफेंस सिस्टम की मिसाइलें उस पर जवाबी हमला कर दें. आइए जानते हैं इस नए एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की ताकत को...
रूस-यूक्रेन जंग के बीच खबरें आ रही हैं कि रूस विदेशी लड़ाकों को किराए पर ले रहा है. ज्यादातर गरीब देशों के युवा मोटे पैसों के बदले लड़ाई का हिस्सा बनने को तैयार भी रहे हैं. कुछ यही हाल यूक्रेन का भी है. वहां भी फॉरेन सोल्जर्स लड़ाई के मैदान में हैं. ये फाइटर्स अलग-अलग वजहों से जंग का हिस्सा बने हुए हैं.
ब्रिटेन सरकार बुधवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में निषेधाज्ञा आदेश का मसौदा पेश करेगी, जो वैगनर पर एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंध लगाएगा. इसके बाद देश में इसका सदस्य बनना या उसका समर्थन करना अवैध हो जाएगा. देश में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से संबंधित कुछ अपराधों के लिए 14 साल की कैद हो सकती है.
अफ्रीका दुनिया का वो टुकड़ा है, जहां से या तो किसी संक्रामक बीमारी की खबर आती है, या फिर गृहयुद्ध की. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, अफ्रीका में कुल 54 देश हैं, इनमें से भी 45 में या तो अंदरुनी फसाद और तख्तापलट हो चुका, या फिर इसकी नाकामयाब कोशिश की जा चुकी. कई देशों को इसका फायदा भी मिलता रहा.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुतिन के भारत नहीं आने के पुष्टि की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि येवगेनी प्रिगोझिन की विमान दुर्घटना में हुई मौत में क्रेमलिन की संलिप्तता के आरोप बिल्कुल झूठ हैं.
गनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कभी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे खास होता था. लेकिन बीते कुछ महीनों में प्रिगोझिन ने रूसी सेना और पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी. लेकिन लगभग दो महीने बाद 23 अगस्त को येवगेनी प्रिगोझिन की प्लेन क्रैश में मौत हो गई. अब इसकी पुष्टि भी कर दी गई है.
क्रेमलिन के प्रिगोझिन को मरवाए जाने वाले दावों को झूठा बताए जाने के बाद शुक्रवार को पुतिन ने एक तत्काल प्रभाव से बदलाव लाने वाले डिक्री पर हस्ताक्षर किए. इसे रूस में वैगनर समेत अन्य प्राइवेट आर्मी और उनके प्रमुखों पर सख्ती के रूप में देखा जा रहा है.
वैगनर ग्रुप की बगावत से पुतिन परेशान तो हुए लेकिन उन्होंने कुछ ऐसा दांव चला कि महज़ 24 घंटे में वैगनर ग्रुप की बगावत खत्म हो गई. यानी पुतिन ने एक बार फिर अपने मुल्क और अपनी फौज के सामने पैदा हुए इस नए चैलेंज को कामयाबी से हैंडल कर लिया.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बगावत करने वाले वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत हो गई. प्रिगोझिन का कथित तौर पर विमान हादसे का शिकार होना किसी को चौंकाता नहीं. इससे पहले भी क्रेमलिन का तख्तापलट करने वालों का यही अंजाम हुआ. लेकिन अब सवाल ये है कि नेता की मौत के बाद उसकी सेना यानी वैगनर समूह का क्या होगा.
48 घंटे पहले रूस के आसमान से दुनिया ने एक विमान को गिरते हुए देखा जो शोलों में बदल गया. लेकिन सवाल ये है कि उस विमान में क्या वाकई पुतिन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाले वैगनर ग्रुप प्रमुख प्रिगोझिन भी थे. क्योंकि इस हादसे के 48 घंटे बाद अब सस्पेंस के बादल नज़र आ रहे हैं.
हिंदुस्तान ने जो ख्वाब देखा, उसे वैज्ञानिकों ने पूरा कर दिखाया है. लैंडर से उतर कर रोवर प्रज्ञान अपनी उस मुहिम में जुट चुका है, जो दुनिया को चांद के बारे में रिसर्च की राह दिखाने वाला साबित होगा. उधर पीएम मोदी ने BRICS समिट के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. देखें वीडियो.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दो दशक के कार्यकाल में जब भी किसी ने उनके खिलाफ बगावत की है, उसे सजा जरूर मिली है. जिस तरह से बुधवार को प्लेन क्रैश में वैगनर ग्रुप के चीफ येवेज्ञनी प्रिगोझिन के मारे जाने की खबर आई है, उसने ये तो दिखा दिया है कि पुतिन गद्दारी करने वालों को बख्शते नहीं हैं.
वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का बुधवार को प्लेन क्रैश हो गया. इस हादसे में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों के मारे जाने की खबर है. प्रिगोझिन उसी वैगनर आर्मी के चीफ थे, जिसने जून में रूसी सेना के खिलाफ विद्रोह किया था. अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने प्रिगोझिन की हत्या की आशंका भी जताई थी.
पुतिन के खिलाफ बगावत के ठीक 2 महीने बाद वैनगर चीफ का विमान क्रैश हो गया. दो दिन पहले ही बगावत के बाद पहली बार येवेगेनी का वीडियो सामने आया था और अगले दिन ही रूस में विमान गिरने से मौत हो गई. सवाल कई हैं, रहस्य काफी हैं. देखें
रूस में वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की बुधवार को मौत हो गई है. कहा जाता है कि प्रिगोझिन का प्लेन क्रैश हो गया था. इस हादसे में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों के मारे जाने की खबर है. प्रिगोझिन ने जून में रूसी सेना के खिलाफ विद्रोह किया था. इससे पहले अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने प्रिगोझिन की हत्या की आशंका जताई थी. इससे पहले भी रूसी सरकार के दुश्मनों की अचानक मौतों ने दुनिया को चौंकाया है.
वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का बुधवार को प्लेन क्रैश हो गया. इस हादसे में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों के मारे जाने की खबर है. प्रिगोझिन उसी वैगनर आर्मी के चीफ थे, जिसने जून में रूसी सेना के खिलाफ विद्रोह किया था. अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने प्रिगोझिन की हत्या की आशंका भी जताई थी.
वैगनर आर्मी द्वारा की गई बगावत के 5 दिन बाद यानी 29 जून को ये बैठक हुई थी. बैठक में पुतिन ने विशेष सैन्य अभियान (यूक्रेन) के दौरान वैगनर के एक्शन का आकलन किया था. साथ ही 24 जून को हुई बगावत के बारे में जानकारी ली थी.