वक्फ अधिनियम 'औकाफ' यानी दान की गई और वक्फ के रूप में नामित संपत्ति को विनियमित करने के लिए स्थापित किया गया था. वक्फ के तहत कोई व्यक्ति जो मुस्लिम कानून द्वारा पवित्र, धार्मिक या धर्मार्थ के रूप में मान्यता प्राप्त उद्देश्यों के लिए संपत्ति समर्पित करता है (Waqf Act). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार वक्फ अधिनियम में संशोधन करने जा रही है. अधिनियमों में संशोधन को लेकर 5 अगस्त 2024 को बिल संसद में पेश किया जा सकता है.
खबरों के मुताबिक तीन दिन पहले 2 अगस्त को कैबिनेट ने वक्फ एक्ट में कुल 40 संशोधनों को मंजूरी दी है. इन संशोधनों के पारित होने के बाद वक्फ बोर्ड की शक्तियां सीमित हो जाएंगी. इन संशोधनों का उद्देश्य किसी भी संपत्ति को 'वक्फ संपत्ति' के रूप में नामित करने के वक्फ बोर्ड के अधिकार को प्रतिबंधित करना है.
अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि मोदी जी ने ये सुनिश्चित किया है कि 'सौगात-ए-मोदी' देश के 22 लाख लोगों तक पहुंचे. मेरा मानना है कि वक्फ बिल में संशोधन की जरूरत है. उम्मीद है कि इस बिल से पारदर्शिता आएगी. विरोध और समर्थन करना लोकतंत्र का हिस्सा है. संवैधानिक तरीके से अगर कोई विरोध कर रहा है तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मेरा मानना है कि वक्फ में बदलाव की जरूरत है.
वक्फ संशोधन बिल को लेकर कई शहरों में विरोध दिखा है. इस बीच संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने आजतक से बातचीत में कहा कि वक्फ अमेंडमेंट बिल में मुसलमानों की जमीन या मस्जिद छीनने का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि बिल से वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता और जवाबदेही आएगी. मंत्री ने विपक्ष पर मुसलमानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. किरेन रिजिजू ने और क्या कुछ कहा, देखें वीडियो.
अगर वक्फ बोर्ड किसी भी जमीन को ऐसे ही डिक्लेयर कर देगा कि यह वक्फ की जमीन है तो उसका तो हिसाब-किताब होना चाहिए. हम ट्रांसपेरेंसी ला रहे हैं. जो आम मुसलमान हैं- चाहे वो दरगाह के हों, चाहे वो अलग-अलग संगठन में हों... सब लोग समर्थन कर रहे हैं. वक्फ अमेंडमेंट बिल का विरोध करने वाले वो लोग हैं, जो करोड़ों की वक्फ जमीन को कब्जा करके बैठे हैं.
देशभर में ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया जा रहा है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मस्जिदों में नमाज़ अदा की गई. कई शहरों में सड़क पर नमाज़ न पढ़ने की हिदायत दी गई. वक्फ बिल के विरोध में कुछ जगहों पर नमाज़ियों ने काली पट्टी बांधी. 'एक और एक ग्यारह' में देखें बड़ी खबरें.
वक्फ बिल 2 अप्रैल को संसद में आ सकता है. सूत्रों की मानें तो वक्फ बिल 2 अप्रैल को लोकसभा में पेश किया जा सकता है. सरकार अगर 2 अप्रैल को वक्फ बिल संसद में लाती है तो उसे दोनों सदनों से पारित कराने के लिए इस सत्र में केवल दो ही दिन का समय मिलेगा.
Waqf Bill Protest on Eid: ईद के मौके पर देशभर में हजारों की संख्या ने मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में पहुंच ईद की नमाज अदा कर रहे हैं. इस दौरान दिल्ली से लेकर लखनऊ, भोपाल तक वक्फ बिल पेश करने को लेकर विरोध दिखा. नमाजी बांह पर काली पट्टी बांधे पहुंचे. देखिए तस्वीरें.
ईद के मौके पर कई शहरों में मुस्लिम समुदाय ने वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की. दिल्ली, लखनऊ और भोपाल समेत कई जगहों पर यह नजारा देखने को मिला. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष मुसलमानों को गुमराह कर रहा है और वक्फ बिल से गरीब मुसलमानों का भला होगा. देखें...
दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ बोर्ड के खिलाफ हिंदू संगठनों की महापंचायत आयोजित की गई. इस महापंचायत में वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया गया. भारी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और नेता न केवल दिल्ली से बल्कि आसपास के इलाकों से भी पहुंचे. देखें Video.
दिल्ली के जंतर मंतर पर हिंदू संगठनों ने महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया गया. यह कार्यक्रम मुस्लिम संगठनों द्वारा वक्फ संशोधन बिल के विरोध में किए गए प्रदर्शन के जवाब में आयोजित किया गया. हिंदू संगठनों ने एकजुट होकर वक्फ संशोधन बिल के पक्ष में अपनी आवाज उठाई. VIDEO
वक्फ बिल के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने अलविदा की नमाज़ के दौरान काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. चंद्रबाबू नायडू ने मुस्लिम समाज के साथ खड़े होने का बयान दिया है. नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष को उम्मीद है कि ईद के बाद एनडीए में दरार पड़ सकती है.
वक्त संशोधन बिल को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. पहले तो विपक्ष ही विरोध कर रहा था, लेकिन अब केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी के साथी चंद्रबाबू नायडू ने एक कार्यक्रम में वक्फ प्रॉपर्टीज की सुरक्षा का वादा किया. सवाल है कि क्या वक्फ बिल पर NDA ही बंट गया है? देखें हल्ला बोल.
वक्फ संपत्ति संशोधन बिल पर संसद में गरमागरम बहस जारी है. सरकार का दावा है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में है, जबकि विपक्ष इसे संविधान विरोधी बता रहा है. बिल के समर्थकों का कहना है कि इससे वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन होगा और गरीब मुसलमानों को लाभ मिलेगा. विरोधी इसे अल्पसंख्यक अधिकारों पर हमला बता रहे हैं.
ईद के बाद वक्त बिल संसद में पेश होने की संभावना है. लेकिन इससे पहले ही एनडीए के साथी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने वक्फ की जमीनों और मुस्लिम समाज को लेकर बड़ा बयान दिया. जिससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. देखें ये वीडियो.
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में अलविदा की नमाज के दौरान नमाजियों ने काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल 2024 के खिलाफ विरोध जताया. कुछ लोगों ने तख्तियां लेकर बिल का विरोध किया. हालांकि, मस्जिद में मौजूद अन्य नमाजियों ने बताया कि वे किसी भी विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे.
नीतीश कुमार लंबे अर्से तक बीजेपी के साथ रहकर भी अपनी सेक्युलर छवि बनाये रखने का संदेश देते आ रहे थे, लेकिन अब वो बात नहीं रही. मुस्लिम संगठनो ने नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का बहिष्कार कर साफ कर दिया है, नीतीश कुमार से उनका मोहभंग हो चुका है.
रमजान की शुभकामनाएं देते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मुस्लिम समुदाय को आश्वासन दिया कि तेलुगू देशम पार्टी (TDP) सरकार ने हमेशा वक्फ संपत्तियों की रक्षा की है और आगे भी करती रहेगी.
बिहार में आने वाले चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है. वक्फ संशोधन बिल को लेकर RJD और NDA आमने-सामने हैं. RJD इस बिल का विरोध कर रही है, वहीं BJP इसका समर्थन कर रही है. BJP का कहना है कि इससे मुस्लिम समुदाय के गरीब लोगों को फायदा होगा. लेकिन इसी मुद्दे पर BJP के सहयोगी दल JDU और LJP थोड़ा संभलकर चल रहे हैं.
पटना के गर्दनी बाग में मुस्लिम संगठनों ने वक्त पर बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने मुसलमानों को समर्थन का एलान किया. तेजस्वी यादव ने कहा, 'इस कानून को रोकने का काम करेंगे. किसी भी कीमत पे नागपुरिया कानून को हम लोग लागू नहीं होने देंगे.'
बिहार में वक्फ बिल संशोधन को लेकर बड़ा प्रदर्शन हुआ. पटना के गर्दनी बाग में भारी संख्या में मुस्लिम नेता और नागरिक जुटे. लालू यादव और तेजस्वी यादव ने मुस्लिम संगठनों को पूरा समर्थन दिया. मुस्लिम संगठन वक्फ बिल को लेकर चिराग पासवान और नीतीश कुमार से नाराज हैं.
वक्फ बोर्ड बिल के मुद्दे पर लालू यादव और तेजस्वी यादव खुल कर मुस्लिम समुदाय के साथ खड़े हो गये हैं. ऐसे में जबकि विपक्ष के ज्यादातर दलों को विरोध बयानबाजी तक सीमित लगता है, आरजेडी का ये जोश बिहार चुनाव में कहीं घाटे का सौदा न साबित हो.
पटना में वक्फ संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने प्रदर्शन किया. लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने मंच से मुस्लिम समुदाय को समर्थन दिया. तेजस्वी यादव ने कहा, 'इस लड़ाई में आप लोग अगर एक कदम चलिएगा तो हम लोग चार कदम चलने का काम करेंगे और इस कानून को रोकने का काम करेंगे.