विप्रो
विप्रो लिमिटेड (Wipro Limited) एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह है (Indian multinational conglomerate) जिसका मुख्यालय बैंगलोर, कर्नाटक में है (Wipro headquarter in Bangalore). इसके विविध व्यवसायों में एफएमसीजी, प्रकाश व्यवस्था, सूचना प्रौद्योगिकी और परामर्श शामिल हैं. फॉर्च्यून इंडिया 500 ने इसे कुल राजस्व के हिसाब से 29वीं सबसे बड़ी भारतीय कंपनी का दर्जा दिया है (29th largest Indian company). यह 221,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ भारत में 9वां सबसे बड़ा नियोक्ता भी है (9th largest employer in India).
कंपनी को 29 दिसंबर 1945 को भारत के अमलनेर में मोहम्मद प्रेमजी द्वारा "वेस्टर्न इंडिया प्रोडक्ट्स" के नाम से शुरू किया गया था (Incorporated in Amalner by Mohamed Premji as Western India Products), जिसे "विप्रो" के रूप में जाना जाता है. इसे शुरू में रिफाइंड तेलों के निर्माता के रूप में स्थापित किया गया था (initially manufacturer of vegetable and refined oils). 1966 में, मोहम्मद प्रेमजी की मृत्यु के बाद, उनके बेटे अजीम प्रेमजी ने 21 साल की उम्र में विप्रो के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला.
1970 और 1975 के दौरान कंपनी ने अपना ध्यान आईटी और कंप्यूटिंग उद्योग की ओर किया. 7 जून 1977 को कंपनी का नाम वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड से बदलकर विप्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड कर दिया गया. 1982 में, नाम फिर से विप्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड से बदलकर विप्रो लिमिटेड कर दिया गया (Renaming of Wipro). 1988 में विप्रो अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक के साथ एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनी. 1990 में शिशु प्रसाधनों के तहत "संतूर" टैल्कम पाउडर और "विप्रो बेबी सॉफ्ट" को लॉन्च किया. 1995 में, विप्रो ने विदेशी ग्राहकों की परियोजनाओं के लिए एक विदेशी डिजाइन केंद्र, ओडिसी 21 की स्थापना की. उसी साल, विप्रो इन्फोटेक और विप्रो सिस्टम्स को विप्रो के साथ मिला दिया गया. 1999 में, विप्रो ने विप्रो एसर का अधिग्रहण किया, और विप्रो सुपरजीनियस पर्सनल कंप्यूटर (PC) जैसे नए उत्पाद जारी किए (History of Wipro).
साल 2000 में, विप्रो न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हुई (Wipro listed in NYSE). फरवरी 2002 में, विप्रो भारत में आईएसओ 14001 प्रमाणित पहली सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी और सेवा कंपनी बन गई. विप्रो 1997-2002 में सबसे तेज धन निर्माता कंपनी थी. 2004 में विप्रो बिलियन डॉलर क्लब में शामिल हो गया (Wipro in billion dollar club). 2012 में, विप्रो ने अमेरिका में 70,000 से अधिक अस्थायी कर्मचारियों को नियुक्त किया. 2012 में, विप्रो ने अपने गैर-आईटी व्यवसायों का विप्रो एंटरप्राइजेज (Wipro Enterprises) नामक एक अलग कंपनी में विलय कर दिया.
2014 में, विप्रो ने कैलगरी, अल्बर्टा में स्थित एक कनाडाई ऊर्जा और उपयोगिता निगम, एटीसीओ के साथ 10 साल के 1.2 अरब डॉलर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. यह विप्रो के इतिहास में सबसे बड़ा सौदा था (Largest deal in Wipro's history).
विप्रो मार्च 2020 से वर्क फ्रॉम एनीवेयर मॉडल में शिफ्ट हो गया है. इस मॉडल के अनुसार विप्रो के कर्मचारी विप्रो कार्यालय परिसर को छोड़कर दुनिया में कहीं से भी काम कर सकते हैं. भारत में विप्रो के 215,876 कर्मचारी हैं (Work from Anywhere model).
विप्रो के इक्विटी शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं. कंपनी के अमेरिकी डिपॉजिटरी शेयर अक्टूबर 2000 से NYSE में सूचीबद्ध हैं (Wipro Listing and Shareholding).
दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो को चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 3354 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है. सालाना आधार पर आईटी कंपनी का मुनाफा 24 पर्सेंट बढ़ चुका है.
आईटी दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) के शेयर आधी कीमत पर मिल रही है, क्योंकि कंपनी ने एक बड़ा फैसला लिया है.
IT कंपनी Wipro ने सबसे ज्यादा बार बोनस शेयर देने का रिकॉर्ड बना लिया है. कंपनी ने कुल 14 बार बोनस शेयर दिया है.
Stock Market शुक्रवार को फिर तूफानी तेजी के साथ भागा और BSE Sensex नए मुकाम पर पहुंच गया. शेयर बाजार खुलने पर बीएसई का सेंसेक्स 75,031.79 के स्तर पर ओपन और फिर इसने 1600 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ 76,795.31 का स्तर छू लिया.
Wipro New CEO Srinivas Pallia : आईटी दिग्गज विप्रो में नए सीईओ बने Srinivas Pallia साल 1992 में कंपनी में शामिल हुए थे और तब से कंपनी में उन्होंने कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली है.
Share Market Crash: शेयर बाजार में बुधवार को आई तगड़ी गिरावट के बीच लार्ज कैप और मिड कैप दोनों ही कंपनियों के शेयर भरभराकर टूटे. टेलीकॉम कंपनी Voda-Idea Share 13.88 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 13.65 रुपये पर बंद हुआ.
देश के दिग्गज कारोबारी और IT कंपनी विप्रो के मालिक अजीम प्रेमजी ने अपने बेटों को बड़ा गिफ्ट दिया है.
IT Stcoks Zooms : बीते दो सालों में आईटी कंपनियों के शेयरों में कुछ जोरदार तेजी देखने को नहीं मिली थी, इसके पीछे मंदी के खतरे के बीच इन कंपनियों में हुई जोरदार छंटनी का असर भी दिखाई दिया था. लेकिन, साल 2024 की शुरुआत शानदार रही है.
Narayana Murthy ने साल 1981 में अपने छह साथियों के साथ कंपनी शुरू करने का प्लान बनाया. उस दौर में नारायण मूर्ति अपनी पत्नी सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) के साथ एक कमरे के मकान में रहते थे और इंफोसिस (Infosys) को शुरू करने के लिए उन्होंने पत्नी से 10,000 रुपये उधार लिए थे.
संतूर और यार्डली जैसे साबुन, टाल्क, पर्सनल और होम केयर हाइजीन प्रोडक्ट के निर्माण में लगी विप्रो कंज्यूमर केयर ने पैकेज्ड फूड सेक्टर में बड़ा खिलाड़ी बनने की ओर कदम बढ़ाए हैं. हालांकि, उसे इस सेक्टर में पहले से मौजूद Adani Wilmar, Reliance Retail और Tata Consumer Ltd से सीधा मुकाबला करना होगा.
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब भारतीय आईटी कंपनी विप्रो ने भी 452 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कर्मचारियों को भेजे गए टर्मिनेशन लेटर में कंपनी ने कहा कि उन्हें 75,000 रुपये का भुगतान करना होगा जोकि फर्म ने उनकी ट्रेनिंग में खर्च किया था. हालांकि उसी मेल में लिखा है कि कंपनी ने राशि माफ कर दी है.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की ओर से मंदिर की संपत्ति की घोषणा करते हुए कहा गया है कि विभिन्न बैंकों में नकद और सोने की जमा में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाती है. मंदिर द्वारा की जाने वाली आय भक्तों, व्यवसायों और संस्थानों द्वारा दिए गए दान से आती है.
देश में Moonlighting को लेकर बहस उस समय तेज हो गई थी, जब एक साथ दो नौकरियां करने की पॉलिसी को विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने सीधे या सरल शब्दों में धोखा करार दिया था. इसके बाद उनकी ही कंपनी में सैकड़ों कर्मचारियों को ऐसा करते पाए जाने पर टर्मिनेट करने की खबर के बाद यह मुद्दा और भी गर्मा गया.
Stock Market Latest News Update: सुबह 10 बजे तक आईटी कंपनी विप्रो का शेयर 5.50% तक टूटकर 385.50 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था. वहीं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर भी गिरावट में कारोबार करते हुए नजर आए. टीसीएस के शेयर 1.15 फीसदी टूटकर 3,065 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे.
Wipro ने मूनलाइटिंग (Moonlighting) पर लगाम लगाने की अपनी कवायद के तहत कर्मचारियों को ईमेल के जरिए हफ्ते में 3 दिन ऑफिस से काम करने का निर्देश दिया है. कंपनी का यह कदम बीते दिनों 300 कर्मचारियों को मूनलाइटिंग करते हुए पकड़े जाने के बाद उठाया गया है.
Accenture Delays Onboarding: इससे पहले हाल ही में विप्रो, इंफोसिस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा और कैपजेमिनी जैसी कंपनियों में भी ऑनबोर्डिंग में देरी के कई मामले सामने आ चुके हैं. कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जहां ऑफर लेटर दिए जाने के बाद कैंडिडेट्स को नौकरी देने से ही इनकार कर दिया गया.
कई दिग्गज आईटी कंपनियां नए कर्मचारियों की ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया को टाल रही हैं. पहले विप्रो (Wipro) और कैपजेमिनी (Capegemini) ऐसा कर रही थी. अब खबर है कि इंफोसिस (Infosys), एचसीएल टेक (HCL Tech) और टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) ने भी ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया को टाल दिया है.
Wipro की चीफ कल्चर ऑफिसर सुनीता रेबेका चेरियन ने कहा कि हमें अपने विविध और समावेशी कार्यबल पर गर्व है. एकजुटता की हमारी भावना ही हमारी सफलता की जड़ है, India's Best Workplaces for Women 2022 में टॉप रहना अच्छे प्रदर्शन और समावेशी संस्कृति के चलते मिली सफलता का प्रमाण है.
Harsh Goenka On Moonlighting: हर्ष गोयनका ने कहा है कि विप्रो की तुलना स्विगी से नहीं की जा सकती. गौरतलब है कि सिर्फ विप्रो ऐसी कंपनी नहीं है, जो मूनलाइट पॉलिसी के विरोध में है, बल्कि Infosys, TCS और IBM जैसी आईटी कंपनियों ने इसके खिलाफ मोर्चा संभाला हुआ है.
विप्रो ने 300 कर्मचारियों को इंफोसिस और टेक महिंद्रा जैसी दूसरी IT कंपनियों के साथ भी काम करने के आरोप में नौकरी से निकाल दिया था. इस फैसले की जानकारी खुद रिशद ने दी थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके इस फैसले को सही भी ठहराया गया तो काफी लोगों ने उनके इस फैसले को गलत भी करार दिया.
देश की दिग्गज आईटी कंपनी Wipro के चेयरमैन रिशद प्रेमजी (Rishad Premji) ने बीते दिनों अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा था, कि मूनलाइटनिंग (Moonlighting) यानी कंपनी में काम करते हुए दूसरा काम करने के पॉलिसी सीधा धोखा है, खासकर आईटी सेक्टर में. लेकिन उनके इस नजरिए से कई कर्मचारी सहमत नहीं दिखे थे.