यति एयरलाइंस प्रा लिमिटेड (Yeti Airlines) नेपाल की राजधानी काठमांडू (Nepal, Kathmandu) में स्थित एक एयरलाइन है. एयरलाइन को मई 1998 में स्थापित किया गया था, जिसे 17 अगस्त 1998 को एयर ऑपरेटर का प्रमाणपत्र मिला (Foundation Yeti Airlines). यह तारा एयर (Tara Air) की मूल कंपनी है. 2021 तक, बुद्धा एयर के बाद यति एयरलाइंस नेपाल में दूसरी सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन है.
यति एयरलाइंस अपने निर्धारित उड़ानों के अलावे दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए एक घंटे की एवरेस्ट एक्सप्रेस की उड़ाने भरती है, जिसमें काठमांडू से माउंट एवरेस्ट की हवाई दर्शन किया जा सकता है, साथ ही, अन्नपूर्णा एक्सप्रेस से अन्नपूर्णा पहाड़ी और पोखरा पर्वत के लिए पर्यटन उड़ानें भी संचालित करती है (Yeti Airlines, Mountain Sightseeing Flights).
15 जनवरी 2023 को यति एयरलाइंस की ATR 72 विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जा रही थी, जो पोखरा (Pokhra) के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई (Yeti Airlines ATR 72 Crash). इस क्रैश में विमान में सवार 68 यात्रियों सहित चालक दल के चार सदस्यों की मौत हो गई. यह 1992 के बाद से नेपाल में सबसे घातक विमान दुर्घटना थी. नेपाल में कई और भी विमान दुर्घटनाएं हो चुकि हैं जिनमें-
25 मई 2004 - यति एयरलाइंस की उड़ान 117, यति एयरलाइंस डी हैविलैंड कनाडा डीएचसी-6 ट्विन ओटर (पंजीकरण 9एन-एएफडी) मालवाहक उड़ान लुकला के रास्ते में एक पहाड़ी से टकरा गई थी. चालक दल के सभी तीन सदस्य मारे गए थें.
21 जून 2006 - यति एयरलाइंस ट्विन ओटर क्रैश- एक DHC-6 ट्विन ओटर पंजीकृत 9N-AEQ जुमला के पास एक चावल के धान के खेत में गिर गया, जिससे सभी छह यात्रियों और तीन के चालक दल की मौत हो गई.
8 अक्टूबर 2008 - यति एयरलाइंस की उड़ान 103- एक डीएचसी-6 लुकला में उतरने पर नष्ट हो गया, जिसमें सभी 18 यात्रियों और चालक दल के तीन में से दो लोगों की मौत हो गई. केवल कैप्टन ही बच पाए थे.
24 सितंबर 2016 - यति एयरलाइंस की उड़ान 893- काठमांडू से भैरहवा के रास्ते में एक बीएई जेटस्ट्रीम 41 पंजीकरण 9एन-एआईबी गौतम बुद्ध हवाई अड्डे पर उतरते समय रनवे से आगे निकल गई थी, जिसमें 29 यात्रियों और चालक दल को कोई चोट नहीं आई थी लेकिन विमान इतना क्षतिग्रस्त हो गया था कि उसकी मरम्मत नहीं की जा सकी.
12 जुलाई 2019 - नेपालगंज हवाई अड्डे से त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रास्ते में एक यति एयरलाइंस ATR 72-500 (पंजीकरण 9N-AMM) को उतरते समय रनवे बाहर (Runway Excursion) निकल गया, जिसमें कोई हताहत नहीं हुईं थी. चालक दल के चार सदस्यों सहित विमान में सवार सभी 68 लोगों को विमान से सुरक्षित निकाल लिया गया था (Yeti Airlines Incidents).
यति एयरलाइंस का विमान 15 जनवरी 2023 को लैंडिंग से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस दुर्घटना के बाद पांच सदस्यीय जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यति एयरलाइंस का विमान 15 जनवरी को मानवीय चूक की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.
नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. जांच रिपोर्ट में विमान लैंडिंग के समय विंग्स एंगल नहीं मिलने के कारण दुर्घटना होने की बात कही गई है. विंग्स एंगल ना मिलना पायलट की गलती थी या टेक्निकल फॉल्ट था, अब इस बात की विस्तृत जांच की जाएगी.
रूस के पेरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अजूर एयरलाइंस (Azur Airlines) के प्लेन ने गोवा आने के लिए उड़ान भरी थी. फ्लाइट में 2 बच्चों और 7 क्रू समेत कुल 238 लोग सवार हैं. लेकिन बीच में ही उसे सुरक्षा संबंधित अलर्ट जारी कर दिया गया. जिसके बाद आनन-फानन में फ्लाइट को उज्बेकिस्तान के लिए डायवर्ट किया गया है. देखें पूरी खबर.
पोखरा विमान हादसे की जांच के लिए नेपाल सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है. जांच का काम चल रहा है. जांच में सहयोग करने के लिए फ्रांस से भी एक्सपर्ट बुलाए गए हैं. अब जांच टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर हादसे की वजह क्या थी?
दुर्घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद काले धुएं के गुबार को देखा जा सकता है. विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई है. शव इतनी बुरी तरह से जल गए हैं कि उनकी शिनाख्त मुश्किल लग रही है.
नेपाल में कल जिस कंपनी का प्लेन क्रैश हुआ उस यति समूह के सबसे ज्यादा विमान हादसे होते हैं. एक रिकॉर्ड के मुताबिक इस समूह के अब तक 14 विमान दुर्घटना के शिकार हो गए हैं, जिनमें सैकड़ों जानें गई हैं. नेपाल एविएशन अथॉरिटी के रिकॉर्ड के मुताबिक यति एयरलाइंस के 8 और तारा एयर के 6 विमान दुर्घटना का शिकार हुए हैं.