कैरिबियाई देश हैती में 17 अमेरिकी और कनाडाई मिशनरियों के अपहरण के बाद हड़कंप मच गया. इसमें 7 महिलाएं भी शामिल हैं. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस अपहरण के बाद अगवा करने वाला गिरोह उन्हें छोड़ने के लिए प्रति व्यक्ति 1 मिलियन डॉलर यानी की लगभग 7,53,49,400 रुपये की मांग कर सकता है. (सभी तस्वीरें वीडियो ग्रैब हैं)
जिन लोगों को गिरोह ने अगवा किया उसमें पांच बच्चे भी शामिल हैं, जिसमें सबसे छोटे बच्चे की उम्र सिर्फ दो साल है. बता दें कि शनिवार को हैती की राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस के उपनगरीय इलाके में एक अनाथालय में बंदूक के बल पर इन लोगों को अगवा किया गया था.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक लोगों का मानना है कि हैती में अगवा किए गए ये बंधक क्रॉइक्स-डेस-बौक्वेट्स शहर में कुख्यात 400 मावोज़ो गिरोह द्वारा नियंत्रित इलाके में हो सकते हैं.
अधिकारियों को संदेह है कि मिशनरियों को इसी गिरोह के लोगों ने अगवा किया है. इस साल पहले भी दर्जनों लोगों का इस गिरोह द्वारा अपहरण कर लिया गया था जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. हाल के महीनों में, 400 मावोजो ने पादरी सदस्यों और अन्य ईसाई उपासकों को निशाना बनाया है.
पोर्ट-ऑ-प्रिंस में सेंटर फॉर एनालिसिस एंड रिसर्च इन ह्यूमन राइट्स के कार्यकारी निदेशक गेडेन जीन ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि अपहरणकर्ता प्रत्येक बंधक के लिए फिरौती में 1 मिलियन डॉलर प्रति बंधक की मांग कर सकते हैं.
जीन ने कहा, 'बंधकों को मुक्त किया जाएगा क्योंकि यह निश्चित है, हम नहीं जानते कि यह कितने दिनों में होगा, लेकिन वे बातचीत करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, '400 मावोजो गिरोह बंधकों को मारना नहीं चाहता क्योंकि गिरोह आर्थिक रूप से कमजोर है और वो अपनी आदमनी बढ़ाने के लिए ही अपहरण करते हैं.'
जीन के मुताबिक यह गिरोह लोगों को अगवा करने में उस वक्त तेजी लाता है जब उसके पीछे वित्तीय मकसद होता है. गिरोह को गोला-बारूद खरीदने, हथियार बढ़ाने और कार्य क्षेत्र के प्रसार के लिए धन की आवश्यकता होती है.'