इंसान के अंगूठे जितने साइज के एक चमगादड़ ने रिकॉर्ड तोड़ यात्रा की लेकिन उसकी इस यात्रा का त्रासदी भरा अंत हुआ. लंदन से रूस तक यात्रा करने वाली इस मादा चमगादड़ को एक बिल्ली ने मार गिराया है. सोशल मीडिया पर ये घटना काफी वायरल हो रही है. (Nathusius' pipistrelles bats, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इस मादा चमगादड़ का नाम नाथुसियस पिपिस्ट्रेल' (Nathusius' pipistrelle) का वजन सिर्फ आठ ग्राम था. ये मादा चमगादड़ पश्चिमी रूस के गांव मोल्गिनो में घायल हालातों में मिली थी. इसे एक स्थानीय चमगादड़ अभ्यारण्य में ले जाया गया था. हालांकि गंभीर चोटों के चलते इसकी मौत हो गई. (Nathusius' pipistrelles bats, फोटो क्रेडिट: Getty images)
ये मादा चमगादड़ रूस में रहने वाली स्वेतलाना लापिना की मिली थी. बैट कंजर्वेशन ट्रस्ट ने कहा कि इस चमगादड़ को ये चोटें एक बिल्ली के हमले से लगी थीं. इस चमगादड़ के पंख पर 'लंदन ज़ू' का निशान था. साल 2016 में ये चमगादड़ हीथ्रो एयरपोर्ट पर एक शख्स को मिला था. इसके बाद से ये चमगादड़ काफी यात्रा कर चुका है. (Nathusius' pipistrelles bats, फोटो क्रेडिट: Getty images)
गौरतलब है कि इसने 2018 किलोमीटर की दूरी नापते हुए ब्रिटेन से रूस तक का सफर तय किया है. बैट कंजर्वेशन ट्रस्ट की संरक्षण सेवाओं की प्रमुख लिसा वर्लेज ने कहा, 'इस चमगादड़ की यात्रा शानदार रही है. हमारे रिकॉर्ड्स के अनुसार, ये पूरे यूरोप में ब्रिटेन के किसी भी चमगादड़ द्वारा तय की गई सबसे अधिक दूरी है.' (Nathusius' pipistrelles bats, फोटो क्रेडिट: Getty images)
बता दें कि यूरोप में सिर्फ एक और चमगादड़ है जिसने इस चमगादड़ से अधिक दूरी तय की है. ये चमगादड़ भी नाथुसियस पिपिस्ट्रेल नस्ल का ही था और साल 2019 में ये चमगादड़ लातविया से स्पेन तक की दूरी तय कर चुका था. इसके लिए इस चमगादड़ ने 2224 किलोमीटर तक की दूरी तय की थी. (Nathusius' pipistrelles bats, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इस चमगादड़ ने लातविया से स्पेन तक 2,223 किलोमीटर की दूरी तय की थी और अब तक इस चमगादड़ का रिकॉर्ड कोई तोड़ नहीं पाया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन के कारण इस प्रजाति पर बुरा प्रभाव पड़ने की बात कही जाती रही है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
नेथुसियस पिपिस्ट्रेल को ब्रिटेन में काफी दुर्लभ माना जाता है क्योंकि कंजर्वेशन से जुड़े ग्रुप्स इन चमगादड़ों का रिकॉर्ड नहीं रखते थे. इसी के चलते साल 2014 में इन चमगादड़ों के प्रजनन और व्यवहार को समझने के लिए राष्ट्रीय नेथुसियस पिपिस्ट्रेल परियोजना की शुरुआत हुई थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)