फिलीपींस में एक शख्स ने लॉकडाउन कर्फ्यू तोड़ा तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया. उससे सैंकड़ों उठक-बैठक लगवाईं जिसके चलते इस व्यक्ति के हालात इतने खराब हुए कि इसकी जान चली गई. अब इस मामले में पुलिस पर दबाव बना हुआ है.
मनीला के एक प्रांत में 28 साल का डेरेन पानी लेने के लिए निकला था. हालांकि लॉकडाउन होने की वजह से उसे एक लोकल ग्रुप ने पकड़ लिया और उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया गया. पुलिस स्टेशन में उसे सैंकड़ों उठक-बैठक लगानी पड़ी.
डेरेन जब घर पहुंचा तो उसने अपनी पार्टनर को बताया कि उसे काफी दर्द हो रहा है. जीएमए न्यूज के साथ बातचीत में इस महिला ने कहा कि मेरे पार्टनर को दिल की समस्या है और वो काफी तकलीफ में था. मैंने उनसे पूछा था कि आखिर वो चल क्यों नहीं पा रहा है.
'इस पर डेरेन ने मुझसे कहा था कि पुलिस वालों ने उसे 100 उठक-बैठक लगवाने के लिए बोला था. लेकिन इसके बावजूद उन्हें लगभग 300 उठक-बैठक लगानी पड़ी थीं जिससे उनके हालात खराब हो गए थे.' उनसे पूछा गया कि आखिर डेरेन को 100 के बजाए 300 उठक-बैठक क्यों लगानी पड़ीं?
इस पर महिला ने कहा दरअसल वहां सजा पाए लोग उठक-बैठकर के दौरान एक लय में नहीं थे जिसके चलते पुलिसवाले उनकी सजा बढ़ाए जा रहे थे. इस महिला ने लोकल मीडिया को एक वीडियो भी दिखाया है जिसमें डेरेन को लंगड़ाते हुए देखा जा सकता है.
इसके अलावा डेरेन को अपने बाथरूम में जाने के लिए रेंगना पड़ा था. डेरेन के कजिन एड्रियान ने इस मामले में जांच की मांग की है और एड्रियान का डेरेक से जुड़ा फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है.
वही इस मामले में एक टीवी इंटरव्यू में क्षेत्र के सिटी पुलिस चीफ मार्लो सोलेरो ने कहा कि सजा के तौर पर उठक-बैठक नहीं लगवाई जाती है. उन्होंने कहा कि हम लोगों से कम्युनिटी सर्विस कराते हैं और उन्हें नियमों के बारे में बताते हैं. ऐसे में इस मामले की जांच हो रही है.
गौरतलब है कि पिछले साल क्वारनटीन नियम और कोरोना गाइडलाइन्स को तोड़ने के चलते कई लोगों को फिलीपींस में सख्त सजा दी गई थी. इनमें से कई लोगों को कुत्तों के पिंजरे में और कुछ लोगों को भीषण गर्मी में भरी दोपहरी में बाहर बैठा दिया गया था.
बता दें कि फिलीपींस कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी जूझ रहा है. 6 अप्रैल तक इस देश में 8 लाख से ज्यादा केस थे और यहां इस महामारी से अब तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है