ब्रिटेन की एक महिला का कहना है कि गर्भवती होने के कारण उनकी जान बच गई है. क्लेयर हिल्टन एलिसन नाम की इस महिला ने बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान उनके शरीर में हॉर्मोनल बदलाव आ रहे थे जिसके बाद ही उन्हें अपने सीने में गांठ के बारे में मालूम चल पाया था.
लिवरपूल की रहने वाली क्लेयर ने द मिरर वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा कि जब मैं अपने प्रेग्नेंट थीं उस समय मेरे शरीर में काफी बदलाव आ रहे थे और यही कारण था कि मैं अपने ब्रेस्ट्स के आसपास के एरिया को काफी चेक करती रहती थी. अगर मैं प्रेग्नेंट नहीं होती तो मैं कभी अपनी बॉडी को लेकर इतना सतर्क नहीं होती.
उन्होंने कहा कि मेरा 30वां जन्मदिन गुजरा ही था और उस समय मैं 30 हफ्ते प्रेग्नेंट थी. मेरे सीने में मुझे गांठ महसूस हुई थी. मैं डॉक्टर्स के पास चेकअप के लिए गई जिसके बाद मुझे ब्रेस्ट क्लीनिक में जांच के लिए भेज दिया गया था.
क्लेयर ने आगे कहा कि इस क्लीनिक में मेरा अल्ट्रासाउंड स्कैन हुआ और बायोप्सी हुई लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला. इसके बाद डॉक्टर्स ने एक बार फिर कुछ बायोप्सी की थी और उन्होंने मुझे साफ कह दिया था कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है.
कुछ और टेस्ट के बाद पता चला कि क्लेयर को स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर हैं और वे उस समय 31 हफ्ते प्रेग्नेंट थीं. क्लेयर ने कहा कि वे कैंसर की ट्रीटमेंट से थोड़ा घबरा रही थीं लेकिन वे अपने बच्चे के लिए इस बीमारी को हराना चाहती थीं.
प्रेग्रेंसी के दौरान और अपने बेबी ज्यूड को जन्म देने के बाद भी क्लेयर को कीमोथेरेपी से गुजरना पड़ा था. उन्होंने कहा कि ज्यूड के पैदा होने के बाद मैं और भी ज्यादा विश्वास से भर चुकी थी कि मैं इस बीमारी को हरा सकती हूं. मेरे बेटे ने हमेशा मुझे बेहतर करने के लिए प्रेरणा दी.
क्लेयर ने कहा कि इस ट्रीटमेंट के बाद ऐसी संभावना थी कि मैं शायद फिर कभी मां ना बन पाऊं और मुझे मेनोपॉज भी काफी पहले हो सकता है. लेकिन मैं इस बात को लेकर संतुष्ट हूं कि मेरे पास मेरा बेटा ज्यूड है और मैं उसके सहारे मां बनने का अनुभव प्राप्त कर पाई हूं.