इंग्लैंड में एक महिला को ड्रीम वेडिंग का इतना क्रेज था कि इसके लिए इसने सालों-साल तक झूठ का ताना-बाना बुना. 29 साल की टोनी स्टैनडन ने अपने दोस्तों को कहा कि वे कैंसर से ग्रस्त हैं और उनके पास ज्यादा दिन नहीं बचे है जिसके बाद उनके दोस्तों ने क्राउड फंडिंग के सहारे टोनी की ड्रीम वेडिंग में मदद की. हालांकि कुछ समय बाद ही टोनी का भांडा फूट गया.
रिपोर्ट्स के अनुसार, जून 2015 में टोनी ने अपनी दो दोस्तों, एश्ले और जेनिफर डगलस को बताया था कि वे कैंसर से जूझ रही हैं. टोनी अपने दोस्तों को अपने हालातों के बारे में लगातार अपडेट्स देती रहती थी जिससे कभी ये शक नहीं हुआ कि वो झूठ बोल रही है. टोनी ने अपना सिर भी शेव करा लिया था जिससे ये साबित हो सके कि वो कैंसर के लिए ट्रीटमेंट ले रही है.
टोनी लगातार सोशल मीडिया पर अपने हालातों को लेकर अपडेट्स देती थीं. टोनी के करीबी दोस्तों ने गो फंड मी पेज लॉन्च किया. टोनी को इस क्राउडफंडिंग पेज के सहारे 8344 पाउंड्स यानि लगभग साढ़े आठ लाख रूपए की फंडिंग मिल चुकी है. इसके अलावा एक स्थानीय बिजनेसमैन ने उन्हें 2000 हजार पाउंड्स की आर्थिक मदद पहुंचाई. वही टोनी को शादी के लिए कार भी गिफ्ट के तौर पर मिली थी.
टोनी के पिता को वाकई कैंसर था और वे अपनी बेटी की शादी से पहले ही गुजर गए थे. हालांकि उन्होंने अपनी बेटी के लिए एक वीडियो बनाया था जो टोनी की शादी के दिन चलाया गया था. इसके अलावा इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब एवर्टन के खिलाड़ी ने भी उन्हें वीडियो मैसेज भेजकर शादी के लिए शुभकामनाएं भेजी थीं. टोनी अपनी शादी के दिन काफी खुश लग रही थीं जिसके बाद उसकी बीमारी को लेकर लोगों में शंका पैदा हुई.
टोनी ने आखिरकार अपने दोस्तों को फोनकॉल पर अपने झूठ के बारे में बता दिया था जिसे उनके दोस्तों ने रिकॉर्ड कर लिया था. उसने कॉल पर साफ कहा कि अपनी ड्रीम वेडिंग और शादी के बाद शानदार छुट्टियां बिताने के लिए उसने ऐसा कदम उठाया था. टोनी ने अपनी दोस्तों को ये भी कहा कि चूंकि उनके पति को इस बारे में कोई अंदाजा नहीं था तो वो काफी शॉक में हैं और शायद उनसे डिवोर्स ले सकता है. वही डिस्ट्रिक्ट जज निकोलस सैंडर्स ने टोनी को पांच महीने की सजा सुनाई है.