इंग्लैंड में एक महिला की मौत के बाद हजारों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. साउथ लंदन में रहने वाली 33 साल की मार्केटिंग एक्जक्यूटिव सारा एवेरार्ड की मौत के आरोप में एक पुलिस अफसर को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद से ही हजारों ब्रिटिश लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन कोरोना को लेकर संवेदनशील ब्रिटेन में प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बना हुआ है. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
3 मार्च को सारा अपने दोस्त के घर से वापस घर लौट रही थीं. सारा ने इस दौरान रास्ते में अपने बॉयफ्रेंड से 14 मिनट बात की थी और वे रात करीब 9.30 बजे एक कैमरा के फुटेज में दिखाई दी थीं. इसके बाद 4 मार्च को सारा के बॉयफ्रेंड ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी. इसके बाद पुलिस ने सोशल मीडिया के सहारे लोगों से सारा को ढूंढने को लेकर अपील की थी. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
एक सप्ताह बीतने के बावजूद सारा की कोई खबर नहीं आई तो सोशल मीडिया पर ये केस काफी ट्रेंड होने लगा था. कई महिलाओं ने सोशल मीडिया पर रात को निकलने के अपने भयावह अनुभवों को शेयर किया. इसके अलावा ट्विटर पर 'मर्दों के लिए होना चाहिए कर्फ्यू' जैसे हैशटैग्स भी ट्रेंड हो रहे थे जिसके सहारे महिलाएं अपनी सुरक्षा के खराब हालातों और पितृसत्तात्मक समाज को आईना दिखाने की कोशिशें कर रही थीं. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
इस मामले को बढ़ता देख पुलिस ने भी अपनी तफ्तीश काफी तेज कर दी थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने इस क्षेत्र के आसपास 750 घरों की छानबीन की और फिर 9 मार्च को इस मामले में एक महिला और एक पुलिस अफसर को किडनैपिंग और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. 12 मार्च को केंट के वुडलैंड में सारा का मृत शरीर पाया गया था जिसके बाद लोगों में हताशा और गुस्सा काफी बढ़ गया था. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
इसके बाद सैंकड़ों लोग क्लेपाम कॉमन नाम के पार्क के पास इकट्ठा होकर सारा को श्रद्धांजलि देने और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रोटेस्ट करने पहुंचे थे. हालांकि पुलिस ने कोरोना गाइडलाइन्स को लेकर इस प्रोटेस्ट को लेकर कैंसिल करने की बात कही थी. इसके बाद भी कई लोग इस जगह पर पहुंचे और पुलिस और लोगों के बीच झड़प के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
So the Met allowed thousands to protest in London last year following George Floyd’s murder, some police even taking a knee, as well as a rally of far-right thugs. But a vigil to remember a young woman murdered by a Met officer is suddenly too much? pic.twitter.com/ETFxq0Vxv8
— James Parker (@JamesSWParker) March 13, 2021
इस मामले में ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन बयान देकर शोक जाहिर कर चुके हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि हमें अपने देश की महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है और मैं इसके लिए पूरी कोशिश करूंगा. 13 मार्च को बोरिस अपनी पत्नी के साथ मिलकर सारा के लिए कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी दे चुके हैं. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)
🔴LIVE: Women protesters are violently snatched by Police
— Subject Access (@SubjectAccesss) March 13, 2021
PROTEST FOR WOMEN SAFETY - Clapham Common | London
Watch now: https://t.co/qe8Hc0q6xi#LIVE #Livestream #London #SarahEverard #Freedom #ReclaimTheStreets #Women #WomenSafety #arrest #violentarrest #violentpolice #Violence pic.twitter.com/RwBop2MsHf