अफगानिस्तान (Afghanistan) में हालात बदतर होते जा रहे हैं. तालिबान ने अपने हाथ में सत्ता ले ली है, जिसके बाद चारों ओर खौफ का माहौल है. लोग अपनी जान बचाने के लिए देश छोड़कर भाग रहे हैं. इस भगदड़ और दहशत के बीच अफगान की एक लड़की का रोते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अफगानी लड़की ने अपने देश में हो रही इस बर्बरता पर दुनिया के रुख को लेकर सवाल किया है. (फोटो/गेटी)
अफगानिस्तान पर रविवार को तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया. हर ओर दहशत का माहौल है. इस बीच इंटरनेट पर एक अफगानी लड़की का वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में फूट-फूटकर रो रही अफगानी लड़की की जुबान पर जो सवाल है, शायद उनका जवाब किसी के पास नहीं है. तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो को अब तक 1.6 मिलियन से अधिक बार देखा गया है. (फोटो/गेटी)
इस वीडियो को मानवाधिकार कार्यकर्ता मसीह अली नेजाद द्वारा ट्विटर पर पोस्ट किया गया. 45 सेकंड की इस वीडियो क्लिप में रोती हुई लड़की बताती है, 'हमारा होना किसी के लिए मायना नहीं रखती है, क्योंकि हम अफगानिस्तान में पैदा हुए हैं. आगे कहा है कि 'मुझे आंसू पोछने होंगे, किसी को हमारी परवाह नहीं है. हम इतिहास में धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे.' (फोटो/Twitter)
बेवसाइट मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस दिन वीडियो पोस्ट किया गया उसी दिन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक बयान में कहा कि 'अफगानिस्तान नियंत्रण से बाहर हो रहा है'. यह संघर्ष 'महिलाओं और बच्चों पर बड़ा असर डाल रहा है.' (फोटो/गेटी)
गुटेरेस ने आगे कहा कि वह 'शुरुआती संकेतों से बहुत परेशान हैं क्योंकि तालिबान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में मानवाधिकारों पर गंभीर प्रतिबंध लगा रहा है, विशेष रूप से महिलाओं और पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है. अफगानी लड़कियों और महिलाओं के कड़ी मेहनत से जीते गए अधिकारों को उनसे छिनते देखना भयावह और हृदयविदारक है." (फोटो/गेटी)
उन्होंने बताया कि यहां महिलाओं और लड़कियों को अधिकार दिलाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कठोर प्रयास किए. पहले जहां अफगान में किसी भी पुरुष डॉक्टर द्वारा महिला का उपचार करने की अनुमति नहीं थी, जब तक कि कोई पुरुष संरक्षक उस महिला के साथ न हो. 2001 में तालिबान के सत्ता से बाहर होने के बाद महिलाओं को काम पर लौटने की अनुमति दी गई. (फोटो/गेटी)
हालांकि, अब जब तालिबान ने अफगानिस्तान की 34 प्रांतीय राजधानियों में से 18 पर कब्जा कर लिया है और देश के दो-तिहाई से अधिक पर नियंत्रण कर लिया है, तो अफगान महिलाओं का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है. तालिबान की सत्ता में वापसी संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा अफगान सरकार और उसके रक्षा बलों के निर्माण में सैकड़ों अरबों डॉलर खर्च करने के बावजूद हुई. (फोटो/गेटी)