ये बात पूरे परिवार की नागवार गुजर रही थी. तब एक प्लान तैयार किया गया और फौजी के भांजे को इस प्लान में शामिल करते हुए बक्सर के कुकुढा में हत्या की जगह चयनित की गई. इस अपमान से पिता के मन में अब भी अपनी बेइज्जती कांटा चुभ रहा था जिसके कारण उन्होंने इस तरह की वीभत्स घटना को अंजाम दिया गया.
हत्या के दिन पिता और पुत्र ने रानी को गया ले जाने की बात कहकर बहलाया और बाइक से लेकर कुकुढा आए. वहीं, दूसरी तरफ पहले से लड़की की बुआ का लड़का और दो सहयोगी कुकुढा में घटना को अंजाम देने के लिए तैयार थे. इसके बाद लड़की को जबरदस्ती घटनास्थल पर लाया गया. पिता ने लड़की की गोली मार कर हत्या की और साथ के सभी लोगों ने मिलकर उसकी पहचान छिपाने के लिये जला दिया था.