देशभर में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से लखनऊ का विरोध प्रदर्शन चर्चा में है. इसी बीच सोशल मीडिया और कुछ न्यूज वेबसाइटों पर ये बात प्रकाशित हुई कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव ने भी इन विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. (फोटो- Getty Images/PTI)
सोशल मीडिया पर टीना यादव की किसी लड़की के साथ तस्वीर भी सामने आई थी. तस्वीर के साथ सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि टीना सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही हैं.
यूपी के एक हिन्दी अखबार की खबर के मुताबिक, लखनऊ के घंटा घर पर अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव अपने दोस्तों के साथ पहुंची थीं. घंटा घर पर कई दिनों ने खासकर महिलाएं सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.
लेकिन अब समाजवादी पार्टी की ओर से मामले पर प्रतिक्रिया दी गई है.
समाजवादी पार्टी ने अखिलेश की बेटी के धरने में शामिल होने से इनकार किया है.
समाजवादी पार्टी ने तस्वीर वायरल होने पर कहा है कि वह (अखिलेश यादव की बेटी टीना)
घंटा घर के पास घूमने गई थीं. इसी दौरान किसी ने उनके साथ सेल्फी ले ली.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध करते रहे हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने ट्वीट किया था- 'CAA पर सरकार 7 सवाल का जनमत कराने से पहले ख़ुद से बस वो एक साधारण सवाल करे जो देश के अधिकांश नागरिकों के दिमाग में है और वो ये है कि ‘जब ये सरकार अपने ही देश के नागरिकों की समस्याएं नहीं सुलझा पा रही है तो उसे आख़िर इस नागरिकता संशोधन क़ानून को लाने की ज़रूरत ही क्या है’.
अखिलेश ने सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर यह भी कहा था- 'जब सामान्य रूप से जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए इतना भ्रष्टाचार व्याप्त है तो तब क्या होगा जब NPR-NRC में गरीब-बेबस जनता को प्रमाणपत्रों के लिए भाजपा की सरकार को पैसा देना पड़ेगा. NPR-NRC भाजपाई भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा साबित होंगे.'
बता दें कि पिछले महीने भारत के पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव
गांगुल की बेटी को लेकर भी इसी तरह का विवाद हुआ था. गांगुली की 18 साल की
बेटी ने सना गांगुली ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया था जिसे लोगों ने
सीएए के विरोध के तौर पर देखा था. लेकिन बाद में गांगुली ने सफाई दी थी.
सना गांगुली ने मशहूर लेखक खुशवंत सिंह की किताब का एक हिस्सा इंस्टाग्राम
पर शेयर किया था. उसकी कुछ लाइनें थीं- नफरत के आधार पर शुरू हुआ आंदोलन,
भय और संघर्ष के माहौल के बने रहने तक ही चलता है. आज के समय में जो यह
सोचकर खुद को महफूज मान रहे हैं कि वो मुसलमान नहीं हैं, वो मूर्खों की
दुनिया में हैं.... बाद में पोस्ट डिलिट कर दिया गया था और सौरव गांगुली ने
कहा था कि यह पोस्ट सच नहीं है.
तब कुछ लोगों ने सौरव गांगुली की आलोचना भी की थी. सौरव ने कहा था कि कृपया
सना को इन सभी मुद्दों से दूर रखें. राजनीति के बारे में कुछ भी जानने के
लिए वो बहुत छोटी लड़की है.