साउथ चाइना सी में तनाव चरम पर है. इस बीच चीन को कड़ा संदेश देने के लिए अमेरिका ने साफ कर दिया है कि अगर दक्षिण चीन सागर में चीन फिलीपींस पर हमला करता है तो उसे सैन्य मदद दी जाएगी.
फिलीपींस के विदेश सचिव तियोदोरो लोक्सिन जूनियर ने कहा कि अगर चीन विवादित क्षेत्र में उसके नौसैनिक जहाजों पर हमला करता है तो मनीला अमेरिका के साथ अपने रक्षा समझौते को लागू करेगा. उन्होंने कहा, "अगर ऐसा कुछ भी होता है, जो सामान्य स्तर का ना हो तो वास्तव में, फिलिपिनो नौसैनिक पोत हमला करेंगे. इसका सीधा मतलब है कि मैं वाशिंगटन डीसी को फोन करूंगा."
बता दें कि 1951 के बाद से, अमेरिका और फिलीपींस में एक पारस्परिक रक्षा संधि हुई है. संधि के तहत अगर दोनों देशों में से किसी पर कोई हमला होता है तो वे एक दूसरे का समर्थन करने के साथ ही रक्षा भी करेंगे.
फिलीपींस के विदेश सचिव की टिप्पणियों का पहली बार राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते प्रशासन ने खुले तौर पर समर्थन किया है जिसे चीनी विस्तारवादी एजेंडे के खिलाफ अमेरिका के साथ जाने के फैसले की घोषणा माना जा रहा है. विदेश सचिव ने कहा कि मनीला बीजिंग के अवैध उकसावे के बावजूद दक्षिण चीन सागर में हवाई गश्त जारी रखेगा.
उन्होंने कहा, "वे इसे अवैध उकसावे की संज्ञा दे सकते हैं, आप अपना दिमाग नहीं बदल सकते. उन्होंने पहले ही मौका गंवा दिया है. चीन को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण द्वारा 2016 के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन के व्यापक दावे गलत साबित हुए थे.
लोकसिन ने यह भी कहा कि एशिया में अमेरिका की सैन्य उपस्थिति की आवश्यकता है क्योंकि वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच प्रतिद्वंद्विता तेज हो गई है. उन्होंने कहा कि यह फिलीपींस में अमेरिका के लिए इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखने के हित में होगा.
अमेरिका ने लंबे समय से दक्षिण चीन सागर पर चीन के क्षेत्रीय दावों का विरोध करता रहा है, नियमित रूप से वहां नेविगेशन की स्वतंत्रता तय करने के लिए युद्धपोत भेज रहा है. अमेरिका दक्षिण चीन सागर में चीनी समुद्री दावों को खारिज करते हुए पिछले महीने अपनी स्थिति को और मजबूत कर लिया है.
24 अगस्त को, फिलीपींस के रक्षा सचिव डेलिन लॉरेंजाना ने चीन पर फिलिपिनो समुद्री क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया था और कहा था, "दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर दावा करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीन की नौ-डैश लाइन नीति है. विवादित स्कारबोरो शोल को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था.
फिलीपींस के विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया था जिसमें कहा गया था कि शोल के पास मछली पकड़ने के उपकरण को चीनी तटरक्षकों द्वारा पकड़ना अवैध था.