डॉक्टर अर्जुन मोदी ने बताया, “बीते 27 अप्रैल को लगभग तीन बजे कविता नाम की एक बच्ची जिसकी गर्दन में एक लोहे का तीर लगा हुआ था, हमारे अस्पताल में आई. जो तीर लगा हुआ था वो जंग लगा था और गर्दन में काफी गहरा धंसा था. उस तीर को यहां निकाला नहीं जा सका इसलिए हमने प्राथमिक इलाज कर जिला अस्पताल सिरोही रेफर कर दिया.