ऑस्ट्रेलिया में पुलिस एक ऐसे शख्स की तलाश में हैं जिसके माथे पर स्वास्तिक का निशान बना हुआ था. इस शख्स ने एक मां-बेटी पर फ्लेम थ्रोअर से हमला किया और उन पर नस्लभेदी टिप्पणियां भी कीं. इस हमले में महिला के हाथ जल गए थे. हालांकि इस अटैक में उनकी बेटी को कोई चोट नहीं आई है. (फोटो क्रेडिट: Western Australia Police)
ये घटना ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में हुई थी. प्रशासन ने इस मामले में सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और उन्होंने पाया कि एक शख्स ने अपने माथे पर नाजी चिन्ह को गलत तरीके से पेंट किया हुआ था. इस व्यक्ति ने डियोड्रेंट के कैन और एक गैस लाइटर के सहारे इस फ्लेमथ्रोअर को बना डाला था और वहां पास से गुजर रही 40 साल की महिला और उनकी बच्ची पर हमला किया था.
डिटेक्टिव सीनियर सार्जेंट शॉन बेल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि इस शख्स द्वारा की गई नस्लभेदी टिप्पणियां इतनी ज्यादा खराब थीं कि उन्हें रिपीट भी नहीं किया जा सकता है. डिनर के लिए जा रही एक मां-बेटी पर हुए इस हमले को स्वीकारा नहीं जा सकता है. ये मामला और भी गंभीर हो जाता है जब इसमें नस्लभेदी टिप्पणियां भी शामिल हों.
उन्होंने आगे कहा कि हम इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और इस तरह का व्यवहार एक सभ्य समाज में बर्दाशत नहीं किया जा सकता है. हम अपने संसाधनों की मदद से इस शख्स को अरेस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. हम लोगों से भी अपील करना चाहते हैं कि जिसे भी इस शख्स से जुड़ी कोई जानकारी हो तो इसे हमारे साथ जरूर साझा करें.
पुलिस ने इस मामले में इस शख्स का हुलिया पब्लिक के साथ साझा किया है. इस हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया में दक्षिणपंथी कट्टरपंथ के खिलाफ लोग कैंपेन भी कर रहे हैं. फेडरल ग्रीन्स फर्स्ट नेशन्स की प्रवक्ता लिडिया थोर्प का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया में हिंसक कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की जरूरत है और हम इन मामलों को हल्के में नहीं ले सकते हैं.