इस दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में आने के लिए लोग ट्रेनों का टिकट लेते हैं कि नहीं ये तो नहीं पता लेकिन ट्रेनों की छतों पर, खिड़कियों से लटककर, दरवाजों से झूलकर, इंजन के आगे तक लोग ही लोग दिखाई देते हैं. अभी यह सम्मेलन 10 से 12 जनवरी तक चला. (फोटोः AP)