पूरा विश्व कोविड-19 से जूझ रहा है लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है जहां कश्मीर में आंतकी हमले करवा रहा है तो वहीं पश्चिमी राजस्थान की सीमा में टिड्डियों का बड़ा दल भेजकर घुसपैठ कर रहा है. पश्चिमी राजस्थान की सीमाओं में लगातार पिछले कुछ दिनों से टिड्डियों का बड़ा हमला हो रहा है.
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बताया जा रहा है कि किसान टिड्डियों का कहर पिछले साल देख चुके हैं. उस समय भी पूरी फसलें चौपट हो गईं थीं. किसानों का कहना है कि पिछले साल भी टिड्डियों ने सारी फसल नष्ट कर दी थी. एक तरफ तो कोरोना वायरस का खतरा जिससे खुद को बचाना है और दूसरी तरफ फसलों को भी टिड्डियां से बचाना है. टिड्डियों के हमले से किसान चिंतित हैं और इससे फसल को बचाने के लिए किसान घर के बर्तन बजाकर टिड्डियों को खेत से भगा रहें हैं.
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किसान राजेन्द्र का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से मेरे गांव सहित बॉर्डर के दूसरे गांवों में टिड्डियों का बड़ा हमला हो रहा है जिससे हम सभी परेशाना हैं. हमें फसलों को टिड्डियों और मकोड़े से बचाना है. अब किसानों की मांग है कि केंद्र और राज्य की सरकारें टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए कोई उचित व्यवस्था करें या हवाई स्प्रे से इन्हें कंट्रोल करे.
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तामलोर के सरपंच हिंदूसिंह का कहना है कि टिड्डियां आने की सूचना हमें पहले से थी इसके लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में पहले ही कृषि विभाग, टिड्डी विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग भी हुई थी और उन्हें निर्देशित भी कर दिया गया था कि टिड्डी नियत्रंण को लेकर समुचित प्रबंध करें.
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सरपंच हिंदूसिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को टिड्डी नियत्रंण के लिए कंट्रोल रूम भी खोला जा चुका है. कंट्रोल रूम के नंबर भी सावर्जनिक कर दिए गए हैं और टीड्डियों के आने की सूचना इस नम्बर पर देने के लिए कहा गया है. दो दिन पहले टिड्डियां बॉर्डर के गांवों में देखी गईं थीं.
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मंगलवार रात को गिड़ा तहसील के इंद्राणियों का तला और रतनणियों का तला में टीड्डियां आई थीं जिसको कंट्रोल करने के लिए चार गाड़ियां भेजी गईं. इसके अलावा गडरा रोड ने पांचला, रोहिड़ाला, बिजावल, रेणु का पार, सोड़ियाला मायानी गांवों में टीड्डियां आईं थीं.
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गौरतलब है कि, टिड्डियां बाड़मेर जिले के चौहटन में वीरसिंह की ढाणी और कोटे के तला में देखी गई थीं. वहां पर भी दो गाड़ियां भेजकर टिड्डियों को कंट्रोल किया गया. आने वाले समय में टिड्डियों से निपटने के लिए हमने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. हमें गाड़ियों की जरूरत पड़ेगी तो हम किराए पर गाड़ियां ले लेगें. (प्रतीकात्मक फोटो)
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बाड़मेर जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि पिछले साल भी टिड्डियों का बड़ा झुंड किसानों की रबी और खरीफ की फसलों को नुकसान पहुंचा चुका है जिसको लेकर प्रशासन ने किसानों की विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवजा भी दिया था. इस बार भी हम टिड्डियों के हमले से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.(प्रतीकात्मक फोटो)