राजस्थान के भरतपुर में भी इन दिनों कोरोना वायरस का प्रकोप छाया हुआ है और इस समय जिला आरबीएम अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों के बीच लात-घूंसे चले जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है.
जानकारी के मुताबिक, कोरोना संक्रमित एक मरीज कोविड वार्ड में भर्ती था जिसकी देखरेख करने व इलाज करवाने के लिए परिवार के दो पक्ष कोविड वार्ड के अंदर पहुंच गए और उनमें मरीज की देखभाल करने के हक को लेकर आपस में लात-घूंसे चलना शुरू हो गए और झगड़ा बढ़ गया. बीच-बचाव करने आए स्वास्थ्य कर्मियों को भी लात घूंसे मारे गए और इस झगड़े के बाद वार्ड के अंदर भर्ती अन्य संक्रमित मरीजों की हालत बिगड़ गई और बाद में पुलिस ने पहुंचकर दोनों पक्षों को अलग किया और वार्ड से बाहर निकाला.
दरअसल, यह मामला विगत 10 मई का है जहां सेवर थाना इलाके के गांव धानोता निवासी रूप किशोर पुजारी नामक व्यक्ति जो आर्मी से सेवानिवृत्त हो चुका था और जिसकी दोनों किडनी खराब थी. वह कोरोना संक्रमित था, उन्हें यहां जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था.
उस दिन उस मरीज की पत्नी अपने बच्चों को लेकर वार्ड के अंदर जा घुसी और संपत्ति को लेकर विवाद हो गया. मरीज के अन्य परिजन भी अंदर आ गए. इसी दौरान मरीज की पत्नी व परिजनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ और लात-घूंसे चले. हालांकि इस मामले में किसी भी तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई और उसी दिन शाम को उस व्यक्ति तुलसी पुजारी की मौत हो गई.
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जिज्ञासा साहनी ने बताया कि एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोविड वार्ड में एक मरीज के दो पक्षों में झगड़ा हो रहा है व बीच-बचाव करने आए स्वास्थ्यकर्मियों के भी लात-घूंसे लगे थे. चूंकि वार्ड में एक मरीज के साथ एक अटेंडेंट ही जा सकता है, लेकिन इतनी संख्या में लोग अंदर पहुंच गए. इसमें वार्ड के बाहर तैनात सिक्योरिटी गार्ड की गलती है जबकि हमने पुलिस के गार्ड भी लगा रखे हैं.