बिहार में दरभंगा के रहने वाले इफ्तेखार रहमानी इन दिनों बेहद चर्चा में हैं. चर्चा की वजह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. चर्चा यह है कि इफ्तेखार रहमानी को अच्छे काम करने के बदले अमेरिकन कंपनी ने उन्हें चांद पर एक एकड़ जमीन गिफ्ट में दी है. इसकी पुष्टि करते हुए खुद इफ्तेखार रहमानी ने खुद एक वीडियो रिलीज कर आम लोगों के साथ-साथ अपने पत्नी को यह जानकारी दी है. (फोटो-प्रह्लाद कुमार)
इफ्तेखार को चांद पर जमीन मिलने की खुशी के बाद उनके गांव और घर में खुशी की लहर दौड़ गई है. लोग एक दूसरे का मुंह मीठा करा रहे हैं. साथ ही सभी परिवार इफ्तेखार की कामयाबी पर गर्व भी महसूस कर रहे हैं. रहमानी फिलहाल नोएडा में हैं. जहां वह अपनी एक निजी कंपनी चलाते हैं साथ ही एक विदेशी कंपनी के लिए भी काम करते हैं.(फोटो-प्रह्लाद कुमार)
दरअसल, इफ्तेखार रहमानी दरभंगा जिला मुख्यालय से दूर बहेड़ा के रहने वाले हैं. इफ्तेखार रहमानी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और नोएडा में ऐआर स्टूडियोज नामक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी चलाते हैं. इसके अलावा इफ्तेखार लूना सोसाइटी इंटरनेशनल के लिए भी काम करते हैं जो चांद पर जमीन खरीद-बिक्री का काम करती है.(फोटो-प्रह्लाद कुमार)
इफ्तेखार ने कंपनी के एक सॉफ्टवेयर को नए सिरे से कुछफेर बदल कर अपडेट किया है जिससे कंपनी को बेहद फायदा हुआ है. इसके बाद कंपनी ने खुश होकर इफ्तेखार रहमानी को चांद पर एक एकड़ जमीन बतौर गिफ्ट देकर सम्मान बढ़ाया है. (फोटो-प्रह्लाद कुमार)
इफ्तेखार रहमानी फिलहाल नोएडा में हैं और उन्होंने अपना वीडियो जारी कर इस बात की खुद पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि चांद पर जमीन मिलने के बाद वह भी एक तरह से सेलिब्रिटी की सूची में आ गए हैं. दूसरी तरफ, दिल्ली से दूर इफ्तेखार रहमानी के गांव बहेड़ा में भी खुशी की लहर दिखाई दी. यहां उनके परिवार के लोग काफी खुश दिखाई दिए और उन्होंने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया. (फोटो-प्रह्लाद कुमार)
इफ्तेखार की मां नासरा बेगम का कहना है कि अपने बेटे की कामयाबी पर वह बेहद खुश हैं. उनका बेटा देश दुनिया में नाम कमा रहा है. ऊपरवाला उसे और कामयाब करे. बस यही दिल से दुआ करती हैं. उन्हें उनके लड़के ने फोन पर यह सूचना दी कि कंपनी ने उसे गिफ्ट में चांद पर जमीन दी है. (फोटो-प्रह्लाद कुमार)
वहीं, इफ्तेखार के चाचा मोहम्मद रौशन का कहना है कि उनका भतीजा पढ़ने में काफी तेज था. उसने बहेड़ा से ही प्रारंभिक शिक्षा हासिल की है. उसके बाद उसने बाहर जाकर बीटेक की पढ़ाई की. बाद में, वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गया. (फोटो-प्रह्लाद कुमार)