प्रखण्ड के कई गांव आज भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. पिपरा, बगही, लौवा, सानी खराटी, चैनपुर दलित टोला, पोखड़ेरा, चकिया, सिरमी, शीतलपटी, अंधरबाड़ी, डुमरी, माधोपुर छोटा, माधोपुर बड़ा, शीतलपुर, मुकुन्दपुर, उसरी, नवरत्नपुर, राजधानी, चंचलिया, भलुआ, संग्रामपुर, रसीदपुर, पचरौर, टिकमपुर, आकुचक, भटगाई, परौना, नारायणपुर आदि गांव के ग्रामीणों को कई परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. गांव की सड़कें पानी से भरी हुई हैं, जिससे 26 दिनों आवागमन ठप है. इन सब के बीच सरकार के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से कोई मदद इन लोगों को नहीं मिल पाई है.