बिजनेस टायकून और माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के को-फाउंडर बिल गेट्स ने कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए अपनी राय सामने रखी है. बिल गेट्स कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह देते हैं साथ ही वे वायरस के खिलाफ आ रही वैक्सीन के चलते साल 2021 को लेकर बेहतर उम्मीदें लगा रहे हैं और उनका मानना है चीजें आने वाले दिनों में सामान्य भी हो सकती हैं.
गेट्स ने हाल ही में अपने ब्लॉग के नए पोस्ट में इस साल को त्रासदी भरा बताया है. गेट्स नोट्स में लिखे गए इस पोस्ट में वे साफ करते हैं कि 2021 आसान साल नहीं होने जा रहा है. गेट्स ने लिखा कि कंप्यूटर मॉडल्स के अनुसार, कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से 2021 का पहला महीना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है और इसलिए इस नए स्ट्रेन को जल्द कंट्रोल करने की जरूरत है.
हालांकि वे 2021 को लेकर पॉजिटिव भी हैं. गेट्स ने लिखा- अगले साल सकारात्मक होने की दो वजहें हैं. एक ये है कि मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग और बाकी प्रयासों के चलते इस वायरस के फैलने का खतरा कम होता जाएगा और वैक्सीन के प्रभाव के चलते अगले कुछ महीनों में ग्लोबल स्तर पर बदलाव देखने को मिलेंगे. उन्होंने इस मामले में दुनिया भर के वैज्ञानिकों का शुक्रिया अदा किया है जिनके चलते फाइजर, मॉर्डेना और एस्ट्राजेनेका जैसी वैक्सीन्स को लगातार कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सुर्खियां हासिल हुई हैं.
उन्होंने कहा- ग्लोबल स्तर पर हो रहे सहयोग के चलते ही मैं 2021 को लेकर थोड़ा पॉजिटिव हूं. मुझे लगता है कि दुनिया को सिर्फ महामारी को कंट्रोल करने की ही नहीं बल्कि हमारे दौर की सबसे चुनौतीपूर्ण समस्या क्लाइमेट चेंज को लेकर भी जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है.
इससे पहले साल 2018 में बिल गेट्स ने महामारी से जुड़े एक डिस्कशन में कहा था कि दुनिया को जल्द ही एक महामारी का सामना करना पड़ सकता है. अमेरिकी शहर की एक मेडिकल सोसाइटी और इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन द्वारा होस्ट किए गए इस सेशन में बिल गेट्स ने कहा था कि आने वाले दिनों में महामारी से बचने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां करनी पड़ सकती हैं वरना इन महामारियों में छह महीनों में 3 करोड़ लोगों को मार सकने की क्षमता होगी.
2 साल बाद गेट्स की चेतावनी काफी सही साबित होती दिखी जब कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया खासकर अमेरिका को खासा नुकसान पहुंचाया है. गेट्स पिछले कई सालों से टॉप 5 सबसे अमीर लोगों में अपना नाम शुमार करा चुके हैं और कोरोना के खिलाफ जंग में कई मिलियन डॉलर्स की फंडिंग भी कर चुके हैं.