इस बारे में विनोद चौहान ने बताया कि 20 बीघा में 25 हजार रुपये की रिस्क थी. अगर में साधारण गेहूं बोता तो उसमें 25 हजार रुपये कम खर्च लगता और इसमें 25 हजार रुपये ज्यादा लगा. इसमें औषधीय गुणों की मात्रा बहुत ज्यादा है. यह कैंसर, ब्लड प्रेशर, मोटापा, शुगर वाले पेशेंट के लिए बहुत अच्छा गेहूं है.
विनोद ने बताया कि अब सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत सारे फोन आ रहे हैं. इसका अच्छे से प्रचार प्रसार हुआ है और कम से कम 12 राज्यों से फोन आ रहे हैं जहां के किसान भी इसे बोने के इच्छुक हैं.