ऐसे समय में जब पूरी दुनिया जानलेवा कोरोना वायरस से लड़ रही है तो कुछ लोग फर्जी दावा कर अपना धंधा चमकाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. एक तरफ वैज्ञानिक-डॉक्टर दिन रात कोरोना का इलाज और वैक्सीन ढूंढने में लगे हुए है तो दूसरी तरफ कुछ लोग उपचार ढूढंने का फर्जी दावा कर लोगों को तरह-तरह से भटकाने में लगे हुए है.
ऐसी ही एक कोशिश में केरल पुलिस ने एक ब्रटिश नागिरक के खिलाफ केस दर्ज किया है जो कथित तौर पर एंटी कोरोना जूस बेच रहा था. दरअसल केरल के तिरुवनंतपुरम शहर से लगभग 45 किलोमीटर दूर एक प्रमुख पर्यटक स्थल वर्कला में ऐसे वाकया सामने आया है.
वर्कला में एक ब्रिटिश शख्स पर्यटक स्थल पर एक कैफे चला रहा था और वहां पर एंटी कोरोना जूस का एक बोर्ड लगा रखा था जिसने उसे मुसीबत में डाल दिया.
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी जिसके बाद सूचना पर वहां पहुंची पुलिस ने 60 साल के ब्रटिश दुकानदार से बोर्ड लगाए जाने का कारण पूछा और उसे चेतावनी देते हुए तुरंत हटाने कि लिए कहा.
वहीं दुकानदार ने पुलिस को बताया कि वह केवल अदरक, नींबू और आंवले से बना जूस बेच रहा था जिसका नाम उसने एंटी कोरोना जूस रखा था. उसने बताया कि उसने ऐसा कोरोना वायरस को लेकर नहीं किया था.
ब्रिटिश दुकानदार उस जूस को 150 रुपये प्रति गिलास की कीमत पर बेच रहा था. बता दें कि देश में जब से कोरोना वायरस ने दस्तक दी है कब से ही देश भर से नकली सैनिटाइज़र के उत्पादन के कई मामले भी सामने आए हैं.
भारत में कोरोना के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 155 हो गई है. इनमें 25 विदेशी हैं. कोरोना की वजह से देश में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है.
महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा 42 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इस बीच कोलकाता में पहला संक्रमित मरीज मिला है. यह शख्स लंदन से भारत आया था. कोरोना से निपटने के लिए सरकारें तीन स्तर पर काम कर रही है. पहला कोरोना से पीड़ित लोगों की पहचान करना. दूसरा संक्रमित शख्स और उनके संपर्क में आए लोगों को आईसोलेशन वार्ड में डालना और तीसरा लोगों को एक जगह इकट्ठा नहीं होने देना.