2019 खत्म होने को है और लोग अभी से ही नए साल (2020) के स्वागत की तैयारी में जुट गए हैं. लेकिन इस दौरान लोगों को नशे के दलदल में धकेलने के लिए ड्रग्स तस्करों ने भी बड़ी तैयारी कर रखी थी जिसे एनसीबी ने नाकाम कर दिया. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने भारी मात्रा में ड्रग्स के कंटेनर को जब्त किया है. ये कंटेनर समुद्री रास्ते से भारत के अलग-अलग शहरों में भेजा जा रहा था.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ड्रग्स को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में स्पेशल टीम ने देश के अलग-अलग हिस्सों से 20 किलो कोकीन बरामद की है, जिसकी कीमत 100 करोड़ आंकी गई है, इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी 55 किलो कोकीन और 200 किलो मेथाफेटामाइन की रिकवरी हुई है. इन सब की कीमत करीब 13 सौ करोड़ रुपए है. इस मामले में 5 भारतीयों समेत कुल 9 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
एनसीबी के मुताबिक ये सारा ड्रग्स एक ही नेटवर्क के जरिए साउथ अमेरिका से ब्राजील के रास्ते भारत लाया गया था और इसे उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में रखा गया था. ये सारा ड्रग्स कंटेनर में मशीन के अंदर भरकर भेजा गया था. रुद्रप्रयाग से फिर ये ड्रग्स गाजियाबाद भेजा गया और फिर वहां से जाली दस्तावेज के जरिए इसे मुंबई और फिर मलेशिया भेजा गया. मलेशिया से इसे ऑस्ट्रेलिया भेजा गया.
एनसीबी को इस ड्रग्स नेटवर्क की पहली जानकारी तब मिली जब कोकीन से भरा एक कंटेनर श्रीलंका में पकड़ा गया. पकड़े गए कंटेनर से एनसीबी को पता चला कि भारत में उसकी डिलीवरी होनी थी. इसके बाद एनसीबी ने पंजाब के एक सोढी नाम के शख्स को 4 सौ ग्राम कोकीन के साथ पकड़ा. यहीं से पुलिस को एक क्लू मिला और उसके बाद एक मोबाइल नंबर और एक कंप्यूटर के आईपी एड्रेस की मदद से एनसीबी की विशेष टीम ड्रग्स के इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क तक पहुंचने में सफल हो गई.
इसके बाद एनसीबी इस नेटवर्क में शामिल एक-एक करके 9 लोगों को गिरफ्तार किया और कुल 20 किलो कोकीन बरामद किया. जो 9 लोग पकड़े गए उसमें 5 भारतीय, दो नाइजीरियन और एक अमेरिकी नागरिक शामिल है. इस सिंडिकेट का नेटवर्क भारत में दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, महारास्ट्र और विदेशों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका, इंडोनेशिया, श्रीलंका, कोलंबिया,मलेशिया और नाइजीरिया तक फैला हुआ था.
एनसीबी ने बताया की इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन की खपत भारत में कम ही होती है. आंकड़ों के मुताबिक देश में करीब 9 लाख लोग इस तरह के नशे की लत के शिकार हैं, ये ड्रग्स बेहद महंगी होती है और मेट्रो शहरों और पार्टी में इसका इस्तेमाल होता है. चूंकि नया साल अब नजदीक है और न्यू ईयर पार्टियां पहले ही शुरू हो जाती है जिसमें ऐसे ड्रग्स की कीमत बढ़ जाती है.