जानकारी के मुताबिक, अनूप एक सप्ताह पहले क्वारनटीन सेंटर आए थे. रोजी रोटी की तलाश में राजस्थान गए थे. लॉकडाउन लगने की वजह से घर वापस आए तो क्वारनटीन सेंटर में 14 दिन के लिए रख दिया गया. क्वारनटीन सेंटर में उनकी भूख के लिए खाने का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. बहरहाल अनूप ओझा की खाने की कहानी की चर्चा अब पूरे बक्सर के लिये कौतूहल का विषय बनी हुई है.