सीएए को लेकर दिल्ली में हो रही हिंसा के बीच एक दुकान से करीब 80 लाख रुपये की बीयर और वाइन लूट लिए गए. पीटीआई के मुताबिक, चांद बाग की एक शराब दुकान के मैनेजर राज कुमार ने कहा है कि उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को दो बार कॉल किया था. लेकिन पुलिस नहीं पहुंच सकी. ये घटना सोमवार शाम की है. (प्रतीकात्मक फोटो)
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में सोमवार को सीएए समर्थक और विरोधी गुटों में हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा में एक पुलिसकर्मी सहित 13 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 130 आम नागरिक घायल हो गए हैं.
शराब दुकान के मैनेजर राज कुमार ने कहा- अचानक भीड़ दुकान में आ गई और तोड़फोड़ करने लगी. 75 से 80 लाख रुपये की शराब लूट लिए गए. हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे बड़ी संख्या में थे, इसलिए हम कामयाब नहीं हो सके.
भीड़ ने शराब लूटने के साथ-साथ स्कैनर सिस्टम, एलईडी टीवी, सीसीटीवी सिस्टम, दो फ्रिज को भी तोड़ दिया. राज कुमार ने कहा कि उन्होंने 5.12 बजे और 9 बजे रात को पुलिस को कॉल करके शिकायत की थी.
राज कुमार ने शिकायत दर्ज करा दी है और इंतजार कर रहे हैं कि पुलिस मामले में कार्रवाई करे. हिंसा के दौरान नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की कई दुकानों में हमलावरों ने आग भी लगा दी थी.
पिछले दो दिनों में उत्तर पूर्व दिल्ली के कई क्षेत्रों से पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं.
एहतियात के तौर पर दिल्ली में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग
इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है और लोगों को बेवजह बाहर ना निकलने की
हिदायत दी जा रही है.
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अभी तक 11 एफआईआर दर्ज कर ली है और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.
हिंसा में पुलिस का एक जवान शहीद भी हुआ है, जबकि दो IPS अफसर घायल हुए हैं.
हिंसा के दौरान दिल्ली के शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा घायल हो गए थे.
सोमवार की रात उनकी सर्जरी की गई. मंगलवार को उन्हें होश आ गया है और डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया.
वहीं, स्थिति पर नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल मंगलवार रात को उत्तर पूर्वी जिले में पहुंचे. डोवाल ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी कार्रवाई के लिए निर्देश दिए.
मंगलवार शाम दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता (एडिश्नल पुलिस कमिश्नर) मंदीप सिंह रंधावा ने प्रेस कांफ्रेंस की. रंधावा ने कहा- "जाफराबाद, भजनपुरा, गोकुलपुरी, मौजपुर इलाके में हालात काबू में हैं. पुलिस और सरकार सतर्क है. एहतियातन सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं."
आईएएनएस के मुताबिक, दिल्ली पुलिस प्रवक्ता रंधावा ने कहा- "जिन इलाकों में घटनाएं घट रही हैं,
उन इलाकों की गलियां बेहद संकरी हैं. भीड़ हमले करके भाग जा रही है. हम
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पीछे-पीछे जा रहे हैं. लोग छतों से पथराव कर
रहे हैं.
रंधावा ने कहा कि भीड़ के निशाने पर पुलिस और आम लोग हैं. पुलिस को भीड़ पर काबू पाने में थोड़ी-बहुत परेशानी हो रही है. हम लोग ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं.
रंधावा ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस ने अपने एक हवलदार रतन लाल को खो दिया. 186 लोग जख्मी हैं. जख्मी लोगों में 56 दिल्ली पुलिस के अफसर और कर्मचारी व 130 के करीब आमजन हैं.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा- "इस फसाद में अब तक 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं. कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तादाद बढ़ा दी गई है. कंट्रोल रूम से लेकर ग्राउंड जीरो तक पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी खुद डटे हैं."
उत्तर-पूर्वी इलाकों में रोजगार पर बुरा असर डाला है. सीलमपुर से लेकर जाफराबाद तक में मंगलवार को दुकानें बंद नजर आईं. दुकानदारों ने कहा कि उन्हें डर है कि दुकान खोलने पर उपद्रवी उन्हें निशाना बना सकते हैं.
वहीं, बुधवार को दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में बुधवार सुबह स्क्रैप मार्केट में आग लगा दी गई. चश्मदीदों ने कहा कि यहां पर कुछ लोग आए और आग लगाकर भाग गए.