राजस्थान के रेगिस्तान के बॉर्डर के इलाकों में 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद भी कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी का माहौल बन गया था, जिसके चलते कई बार दोनों देशों की सीमाओं ने बॉर्डर पर मोर्चा संभाल लिया था. यहां तक कि 1999 में तो बॉर्डर पर जबरदस्त तरीके से सेना का जमावाड़ा नजर आया था और कई गांव भी उस समय सेना ने अपने कब्जे में ले लिए थे जिसके चलते कई गोला-बारूद रेगिस्तान के अंदर आज भी मकान खुदाई या खेतों में मिलने का सिलसिला जारी है.