इन दिनों उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है. क्या ऐसे में आपने कभी नदी की जमी हुई पानी पर ट्रैकिंग की है. जी हां इन दिनों लोग लद्दाख में खूब इसका लुत्फ उठा रहे हैं. केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में लोग चलिंग गांव में जमी हुई ज़ंस्कार नदी पर ट्रैकिंग कर रहे हैं. (तस्वीरें: Rouf Roshangar)
इस क्षेत्र में रात के समय तापमान माइनस 25 से माइनस 35 डिग्री तक गिर जाता है. जांस्कर नदी सर्दियों के महीनों में जम जाती है, पूरी नदी बर्फ की चादर की तरह दिखती है और इसलिए इसे चादर ट्रैकिंग भी कहते हैं.
चादर ट्रैक ज़ांस्कर नदी के ऊपर है जो सर्दियों के महीनों में जमी रहती है. फ्रोजन रिवर ट्रैक चिलिंग के छोटे से गांव से शुरू होता है जहां से ज़ांस्कर नदी जमने लगती है.
पैदल कवर किए गए ट्रैक की लंबाई लगभग 105 किमी है और औसतन, एक ट्रैकर को हर दिन 15 से 17 किमी की दूरी तय करनी होती है.