महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां बच्चों को भीख मंगवाने के लिए 50 हजार रुपये में बेचा गया था. बच्चों को खरीदने और भीख मंगवाने के आरोप में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. (औरंगाबाद से इसरार चिश्ती की रिपोर्ट)
इन बच्चों को जालना और अकोला से लाया गया था. आरोपी दोनों महिलाओं को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. मुकुंदवाड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.
चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि शहर में एक गिरोह बच्चों को अगवा करने, गरीब घरों से खरीद कर गोद लेने का दिखावा करने का काम कर रहा है.
मुकुंदवाड़ी पुलिस ने गिरोह की दो महिला सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश कर रही है.
दलअसल, मुकुंदवाड़ी इलाके के एक घर से बच्चों के रोने की आवाज सुनी गई. सामाजिक कार्यकर्ता देवराज नाथजी वीर ने जब इस आवाज पर सवाल उठाया तो देखा कि जनबाई जाधव और उनकी बेटी सविता पगारे अमानवीय तरीके से बच्चे को पीट रही हैं.
वीर ने दोनों बच्चों को महिलाओं के चंगुल से छुड़ाया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने जनाबाई और सविता को गिरफ्तार किया, जो भीख मांगने से इनकार करने पर अपने पांच साल के बेटे की कथित तौर पर पिटाई कर रहे थे.
मामले में मुकुंदवाड़ी पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया है. पुलिस घटना की आगे जांच कर रही है, हालांकि कहा जा रहा है कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट सक्रिय है.