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सरकारी कॉलेज में टीचर के पद खाली, प्रिंसिपल भी नदारद, सड़क पर छात्र

सरकारी कॉलेज में टीचर के पद खाली, प्रिंसिपल भी नदारद, सड़क पर छात्र
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उत्तराखंड के टिहरी जिले की भिलंगना ब्लॉक में कुछ स्टूडेंट्स अपने गांव में कॉलेज को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. दरअसल, घनसाली तहसील के भिलंगना ब्लॉक के धोपड़धार स्थित राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए स्टूडेंट्स आंदोलन कर रहे हैं. 
सरकारी कॉलेज में टीचर के पद खाली, प्रिंसिपल भी नदारद, सड़क पर छात्र
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कॉलेज में कुछ विषयों के लिए शिक्षकों का पद 2009 से 2017 के बीच खाली हो गया था, लेकिन अब तक इन पर कोई भर्ती नहीं हुई है. शिक्षकों की कमी का ये सिलसिला खत्म होने की बजाय बढ़ा ही है. 2009 में जहां सिर्फ एक शिक्षक पद खाली था तो 2019 में इनकी संख्या 8 हो गई है.
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स्टूडेंट्स सड़क पर नारे लगा रहे हैं. ‘हे सरकार बजट न व्यर्थ करो, शिक्षा पर भी कुछ खर्च करो’, 'पढ़ लिखकर आगे बढ़ेंगे, बिना शिक्षक कैसे पढ़ेंगे?' आंदोलन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी नित्यानंद कोठियाल ने बताया कि कॉलेज में 6 से 12वीं की कक्षाएं चलती हैं. इसमें 10 से भी ज्यादा गांवों के स्टूडेंट्स पढ़ते हैं. इन गांवों के छात्रों के लिए 12वीं की पढ़ाई के लिए यहां एकमात्र कॉलेज यही है.
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कॉलेज में प्रिंसिपल ही नहीं: 

सिर्फ शिक्षक ही नहीं, बल्कि स्कूल में प्रिंसिपल भी नहीं हैं. 29 जुलाई, 2019 को इस संबंध में शिक्षा निदेशालय को ज्ञापन सौंपा गया था. लेकिन इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं लिया गया.
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आंदोलन से जुड़े स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होगी, हम रुकेंगे नहीं. छात्रों का कहना है कि इस बार आंदोलन रुका तो शायद फिर से शिक्षकों की नियुक्ति की बात ठंडे बस्ते में डाल दी जाएगी.
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