भारत के रणनीतिक, कूटनीतिक दबाव के बाद चीन को गलवान घाटी से पीछे हटना पड़ा. लेकिन अब वह पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत की पश्चिमी सीमा के पास नई चाल चल रहा है. खुफिया सूत्रों के हवाले से इस बात का खुलासा हुआ है. (फोटोः AFP)
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पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर के सामने सीमा के उस पार चीनी टेक्नीशियनों की मदद से पाकिस्तान ने सर्विलांस सिस्टम लगाया है. (फोटोः गेटी)
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इतना ही नहीं, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के जियारत टॉप और फॉरवर्ड डिफेंस लोकेशन चलीरा में भी कई जगहों पर पाकिस्तान ने चीन की मदद से अत्याधुनिक सर्विलांस सिस्टम लगाया है. (फोटोः गेटी)
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सूत्र बताते हैं कि इस सर्विलांस सिस्टम से भारतीय सुरक्षा बलों की सामरिक गतिविधियों पर नज़र रखने का बड़ा प्लान तैयार हुआ है. ताकि सीमा पार भारतीय सेनाओं की हरकतों पर नजर रखी जा सके. (फोटोः गेटी)
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PoK के साथ-साथ पाकिस्तान ने चीन की मदद से इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार जैसे जैलसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर के पास कई स्ट्रैटिजिक लोकेशन में सर्विलांस इक्विपमेंट लगाए हैं. (फोटोः गेटी)
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गुजरात के भुज स्थित इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 50-60 किलोमीटर दूर चीनी के टेक्नीशियन की मदद से पाकिस्तान एयरपोर्ट और रनवे बना रहा है. ख़ुफिया सूत्रों ने आजतक को बताया है कि पाक आर्मी के 20 अधिकारी और 300 से ज्यादा लेबर यहां पर लगाए गए हैं. (फोटोः गेटी)
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चीन के अधिकारियों की मदद से पाकिस्तान ने एक स्विस कंपनी से 10 हाईटेक जैमर सिस्टम खरीदे है. इस तरीके के कॉनवॉय जैमिंग सिस्टम का इस्तेमाल बॉर्डर एरिया में करने की तैयारी में है पाकिस्तान. ताकि, सीमापर किसी भी तरह की संचार व्यवस्था को ठप किया जा सके. (फोटोः गेटी)
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चीन की एक कंपनी से पाकिस्तान ने भारी संख्या हाई एल्टीट्यूड ड्रेस खरीदे हैं. पाक आर्मी इस तरीके के हाई एल्टीट्यूट क्लोथ्स चीनी कंपनी से खरीदकर आतंकियो में बांटता है. जिसका इस्तेमाल आतंकी बर्फीले रास्तों से घुसपैठ के लिए करते हैं. (फोटोः गेटी)