इसके अलावा सीमा के निकट पाकिस्तानी में मेघानभीट, चैकी, शॉन तौरुजी भीट, खिप्रो, मेथी, इस्लामकोट मीर, सांगद, थारपारकर, बदीन, शाहगढ़ बुर्ज, नाचना क्षेत्रों में चीनी कंपनियां जबरदस्त तेल और गैस का उत्पादन कर रही हैं. इन इलाकों में 30 कंपनियां थार के रेगिस्तान में गैस खोजने में लगी हैं.
इन इलाकों में 40 से 50 तेल और गैस के कुएं चाइना की मदद से चल रहे हैं. खोज कार्यो में लगी रिंगस की ऐविएशन लाइटें काफी दूर से सीमा पर नजर आती हैं. इस क्षेत्र में करीब 850 से ज्यादा विशेषज्ञ व अन्य कार्मिक लगे हुए हैं.
सीमा पर चीनी कंपनियों पर अध्ययन करने वाले सेना के अधिकारी बताते हैं कि चीन कभी भी पाकिस्तान को अपने व्यापार के बर्बाद होने की कीमत पर युद्ध की इजाजत नहीं देगा.
इलाके में चीन इस कदर अपना कब्जा जमा चुका है कि यहां के स्कूलों में
चीन की मंदारिन पढ़ाई जाने लगी है ताकि चीन को आसानी से मजदूर मिल सकें.
पाकिस्तानियों पर चीन अपनी कंपनियों को लेकर भरोसा नहीं करता है. अपने
कंपनियों की सुरक्षा भी पाकिस्तानी सेना को नहीं देता बल्कि चाइनीज
आर्मी के सैनिक ही इन कंपनियों की सुरक्षा के लिए आए हुए हैं.