बता दें कि जिले में बड़ी आबादी वाले राठ कस्बे में कोरोना की मार से मुर्गा व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है. आम लोगों ने मुर्गा खाना बन्द कर दिया है जिससे परेशान मुर्गा बेचने वाले दुकानदारों ने गरीबों को फ्री में मुर्गा देने की बात कही है और बाकी लोगों को कुल 20 रुपये किलो मुर्गा बेचकर अपना मुर्गे का स्टॉक खत्म करना शुरू कर दिया है. फ्री ऑफर के चलते मुर्गा खरीदकर खाने में अक्षम गरीब लोगों की लॉटरी ही खुल गयी है और कोरोना उनके लिये वरदान बन गया है.