कोरोना महामारी ने अब खसरे का खतरा बढ़ा दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 में खसरे के संक्रमण ने 23 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कोविड-19 की वजह से लोग टीकाकरण नहीं करा रहे हैं, जिसके चलते खसरे का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. (फोटोः गेटी)
विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल द्वारा गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि 2019 में पूरे विश्व में खसरे से संक्रमित लोगों की संख्या 869,770 हो गई है. वहीं 2016 से इन आंकड़ों की तुलना की जाए, तो इस गंभीर बीमारी से मृत्यु दर के मामलो में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. (फोटोः गेटी)
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों के अनुसार हाल के वर्षों में टीकाकरण होने से खसरे संक्रमित लोगों की संख्या स्थिर हो गई, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद खसरे का टीकाकरण रुक सा गया. इसके चलते विश्व के करीब 94 प्रतिशत लोग पर खसरे के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. (फोटोः गेटी)
डब्ल्यूएचओ में खसरे की एक वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी नताशा क्राउक्रॉफ्ट ने बताया कि ये बीमारी एक चिंगारी की तरह है, जो जंगल की आग की तरह फैल रही है. उन्होंने बताया कि विश्व का 73 प्रतिशत खसरा संक्रमण 9 देशों में है, जिसमें इस संक्रमण का सबसे ज्यादा प्रकोप कांगो, मेडागास्कर, जॉर्जिया, कजाकिस्तान और यूक्रेन में है. (फोटोः गेटी)
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इस बीमारी से मरने वालों की संख्या करीब 2 लाख 7 हजार 500 थी. वैक्सीन समूह गावी के प्रमुख सेठ बर्कले ने कहा कि खसरे के कारण मृत्यु होना बेहद गंभीर है. ये हालत तब है, जब हमारे पास इस संक्रमण को रोकने के लिए एक प्रभावी टीका है. (फोटोः गेटी)