क्या कोरोना संकट और सोशल डिस्टेंसिंग के दौर में दुनिया का सबसे पुराना प्रोफेशन यानी सेक्स वर्क का पेशा चल पाएगा? यह सवाल दुनिया के कई देशों में उठ रहा है जहां यह कानूनी रूप से वैध भी है. विभिन्न देशों में लॉकडाउन में ढील मिलने के साथ ही अधिकारी इस बात लेकर भी चिंतित हैं कि इस कारोबार के नए नियम क्या होंगे. वहीं, स्विटजरलैंड के सेक्स वर्कर्स ने अपने कुछ नियम जारी किए हैं.
(फोटोज- REUTERS)
स्विटजरलैंड के सेक्स वर्कर्स का कहना है कि उन्होंने जो नियम बनाए हैं उनसे वेश्यालयों में कोरोना संक्रमण का खतरा कम किया जा सकता है. बता दें कि इस अमीर देश में 1942 से ही सेक्स वर्क कानूनी है. सरकार इसे रेग्युलेट भी करती है.
करीब दो महीने पहले स्विटजरलैंड की सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सेक्स वर्क पर अस्थाई बैन लगा दिया था. अब नए नियम के साथ सेक्स वर्कर्स को उम्मीद है कि सरकार उन्हें दोबारा अनुमति देगी.
सेक्स वर्क से जुड़ी ProKoRe नाम की संस्था ने बैन हटाने के लिए कुछ नियम जारी किए हैं. इस दौरान ग्राहकों के चेहरे से एक खास दूरी बनाए रखने की बात कही गई है.
स्विस मीडिया संस्थान Watson की रिपोर्ट के मुताबिक, संस्था ने कहा है कि वेश्यालयों में हर ग्राहक के आने के बाद 15 मिनट तक वेंटिलेशन होना चाहिए. साथ ही कमरे में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.
ग्राहकों के लिए यह भी तय किया गया है कि वे अपना मुंह और नाक हमेशा ढंक कर रखेंगे और वेश्यालयों में सैनिटाइजर वगैरह भी मुहैया कराए जाएंगे.
सेक्स वर्कर्स से अपील की गई है कि वे ग्राहकों के कपड़े या कोई अन्य सामान को नहीं छुएंगे. इसके साथ-साथ ग्राहकों का कॉन्टैक्ट डेटा भी 4 हफ्ते तक रिकॉर्ड में रखा जाएगा.
स्विटजरलैंड में लॉकडाउन में अगली ढील 8 जून को दी जाएगी और सेक्स वर्कर्स को उम्मीद है कि उन्हें भी इस दौरान राहत मिलेगी. ProKoRe ने सरकार से अपील की है कि बैन हटाया जाए क्योंकि इससे सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है और अवैध सेक्स वर्क भी बढ़ रहा है.
(सभी फोटोज प्रतीकात्मक हैं)