मनीष ने चिंतित होते हुए कहा, "मंगलवार के आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन में कोरोना के 549 पॉजिटिव मामले और अब तक 13 मौतें हुई हैं. निश्चित रूप से यूक्रेनी सरकार सबसे पहले अपने नागरिकों पर ज्यादा ध्यान देगी, हम पर नहीं. भारत की तुलना में, यूक्रेन में चिकित्सा आपूर्ति और डॉक्टरों की संख्या बहुत कम है और हमारे लिए सबसे बड़ी समस्या भाषा बाधा है क्योंकि हम रूसी या यूक्रेनी भाषा में धाराप्रवाह नहीं हैं."