इस समय पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट में है और राजस्थान भी इससे बुरी तरह प्रभावित है. लोग अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. ऐसे में राजस्थान के बाड़मेर में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों से निपटने के लिए सिर्फ 48 घंटे में कोविड अस्पताल बनाकर तैयार कर दिया गया. बता दें कि पश्चिमी राजस्थान के 2000 गांव कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित हैं.
इनमें से एक केंद्र पचपदरा में रेगिस्तानी टीलों के बीच में बनाया गया है जिनमें 25 बेड हैं, वहां बनाए गए चार अलग-अलग बंक हाउस में छह-छह बेड हैं. इस केंद्र के दो बेड में ऑक्सीजन की सुविधा भी मौजूद है. यह कोविड केंद्र उपचार की सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है. स्थानीय नेता और राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के प्रयासों से बेहद कम समय में इसे तैयार किया गया है. (सांकेतिक तस्वीर)
बाड़मेर के बायतु में सिर्फ 2 दिनों के भीतर एक और सौ बेड का कोविड सेंटर बनाया गया है. 100 बिस्तरों वाला यह अस्पताल सभी आधुनिक उपचार सुविधा से युक्त है और 30 फीसदी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा भी मौजूद है. यह केंद्र बाड़मेर के ग्रामीण क्षेत्रों के कोविड रोगियों के लिए तैयार किया गया है.
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिला में पाकिस्तान के सीमावर्ती जिले के अधिकांश गांव वर्तमान में कोरोनो वायरस महामारी की दूसरी गंभीर लहर की चपेट में हैं और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का खामियाजा भुगत रहे हैं. बाड़मेर में वर्तमान में 4700 से अधिक सक्रिय मामले हैं और कोरोना के कुल 10000 से अधिक मामले पाए गए हैं. दूसरी लहर ने खासतौर पर गांवों को काफी प्रभावित किया है. (सांकेतिक तस्वीर)
स्थानीय कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने भी इसके लिए काफी प्रयास किया जिसके बाद यह अस्पताल तैयार हुआ है. बाड़मेर जिला मुख्यालय के महिला कॉलेज में 100 बिस्तर के कोविड देखभाल केंद्र की स्थापना की गई है. जल्द ही एक और कोविड देखभाल केंद्र तैयार करने की योजना बनाई गई है. (सांकेतिक तस्वीर)
बाड़मेर के कांग्रेस विधायक मेवा राम जैन ने कहा, "यह सच है कि अस्पतालों में बिस्तरों की भारी कमी है. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने महिला कॉलेज में सौ बिस्तर वाला अस्पताल शुरू किया है जहां 70 मरीज पहले ही आ चुके हैं. इसके अलावा हम एक और सौ बिस्तर अस्पताल शुरू कर रहे हैं. गांवों में लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति में भी सुधार हो रहा है. ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है. ” (सांकेतिक तस्वीर)