कोरोना काल में एक परिवार के चेहरे पर खुशी आ गई जब 16 साल से बिछड़ा परिवार का सदस्य मिल गया. मामला मध्य प्रदेश के बैतूल का है जहां एक शख्स जो मानसिक रूप से बीमार है और आवारा रूप से घूम रहा था. पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि वो कटनी जिले का रहने वाला है और घर से 16 साल से लापता है. पुलिस ने परिजनों को तलाशा और उनसे संपर्क कर जानकारी दी. परिजन भी तत्काल उसे लेने बैतूल पहुंचे और वापस घर ले गए.
घर वाले जिसे मरा समझकर भूल चुके थे. उस शख्स को बुधवार को बैतूल पुलिस ने उसके परिवार वालों से मिलवा दिया. मामला एक ऐसे शख्स का है जो बदहवासी की हालत में सड़कों पर घूमता नजर आता था. बैतूल के चक्कर रोड पर मिले एक 45 साल के शख्स से जब पुलिस ने बात की तो पता चला कि वह कटनी जिले का रहने वाला है और उसका मानसिक संतुलन खराब हो गया है. उसे अपना पता ठिकाना याद है. जब उसके गांव संपर्क किया गया तो पता चला कि वह तो 16 साल से गायब है. पुलिस के प्रयास के बाद जब यह शख्स परिजनों को मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
दरअसल, कटनी जिले के जोबा गांव का निवासी सुरेश पिता आधान पटेल बैतूल पुलिस को चक्कर रोड पर घूमता मिला था. जब इस शख्स से पूछताछ की गई तो उसने अपने गांव का नाम पता पुलिस को बताया. जब इस शख्स की वाट्सएप पर जिला कटनी के जोबा गांव के सचिव को फोटो भेजी गई तो पता चला कि यह व्यक्ति 2004 से लापता है. सुरेश की फोटो जब परिजनों को दिखाई गई तो वह उसे पल भर में पहचान गए और उसकी बहन अंजू उसे लेने बैतूल पहुंची तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
बताया जा रहा है कि सुरेश का अपनी पत्नी और ससुराल वालों से रुपयों के लेन-देन पर झगड़ा हुआ तो उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और फिर वह अपने घर से ऐसे निकला कि फिर घरवालों को ढूंढने से भी नहीं मिला. दो बच्चों का पिता सुरेश 16 साल से इधर-उधर भटक रहा था. मानसिक संतुलन खराब होने की वजह से वह अपने घर भी नहीं पहुंच पा रहा था जबकि घर वालों ने उसे आसपास ढूंढा और फिर मृत समझकर भूल गए लेकिन आज जब पुलिस ने उसे गश्त के दौरान पकड़ा और पूछताछ की तो उसकी हकीकत सामने आ गई.
पुलिस की मदद के बाद आज जब उसकी बहन अंजू पटेल पहुंची तो वह अपने भाई से मिलकर भाव विभोर हो गई. महिला अब अपने भाई को लेकर गांव रवाना हो गई है.
छोटी बहन अंजू बाई पटेल का कहना है कि ये हमारे बड़े भाई हैं और 16 साल से लापता थे. ससुराल में कुछ पैसों के लेनदेन पर विवाद हुआ था. इसके बाद इनके साथ मारपीट होने के कारण यह दिमागी संतुलन खो बैठे थे और तभी से ये लापता थे. हम लोगों ने बहुत कोशिश की इनको तलाश करने की लेकिन नहीं मिले बैतूल पुलिस की मदद से आज हमारा भाई मिल गया.
डीएसपी पल्लवी गौर का कहना है कि इसका नाम सुरेश है और बैतूल के चक्कर रोड पर घूम रहा था. पुलिस को यह दिखा तो उससे पूछताछ की गई उसने परिजनों का नाम बता दिया कि ये कटनी जिले का रहने वाला है. परिवार वालों से संपर्क किया गया तो पता चला कि 2004 से लापता था. इसकी फोटो उनको भेजी गई तो उन्होंने पहचान लिया. इसके पैर की दो उंगली भी कटी हुई है जिससे भी इसकी पहचान हुई. परिवार वाले उसको लेने आए हैं. गुमशुदगी अगर दर्ज हुई भी होगी तो 7 साल बाद नहीं मिलने पर मृत घोषित कर दिया जाता है. फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि इसकी गुमशुदगी दर्ज हुई थी कि नहीं.