कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों ने दिल्ली को चारों तरफ से घेरकर डेरा डाल दिया है. किसान केंद्र सरकार से इस कानून को बदलने की मांग कर रहे हैं. किसान दिल्ली में प्रवेश पर अड़े हुए हैं और कई बार उनकी पुलिस से झड़प भी हो चुकी है. (तस्वीर - अशोक सिंघल)
दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर के बाद किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर को भी जाम कर दिया है और सड़कों को ही अपना घर बना लिया है. किसान राष्ट्रीय राजमार्गों पर ही खाना पका रहे हैं और सो रहे हैं. किसान अपने साथ कई महीनों का राशन साथ लेकर चल रहे हैं. सुबह-शाम सड़कों पर चाय से लेकर खाना तक बन रहा है. आंदोलन के दौरान किसानों का काम बांट दिया गया है कि किसे कब क्या करना है. इसमें कई वृद्ध किसान भी शामिल हैं. (तस्वीर - अशोक सिंघल)
किसानों के राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित करने की वजह से गाजीपुर बॉर्डर पर भी भीषण जाम की स्थिति पैदा हो गई है. गाजियाबाद और गाजीपुर को जोड़ने वाली सीमा पर बड़ी संख्या में किसान जुटे हुए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर कई लोग ऐसे भी मिले जो गानों और भजनों के जरिए आंदोलनकारियों का उत्साह बढ़ाते दिखे. (तस्वीर - अशोक सिंघल)
बीती रात बड़ी संख्या में किसान सड़कों पर रहे और कृषि कानून का विरोध किया. उन्होंने रातभर गाना गाया और एक दूसरे का हौसला बढ़ाया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर किसी तरह की ट्रैफिक मूवमेंट की इजाजत नहीं है. (तस्वीर - अशोक सिंघल)
किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली-बहादुरगढ़ रोड पर टिकरी बॉर्डर के पास लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां ट्रैफिक मूवमेंट पूरी तरह बंद है, ऐसे में लोग मेट्रो का रुख कर रहे हैं जहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है. (तस्वीर - अशोक सिंघल)
किसानों के व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है. उसके मुताबिक टिकरी बॉर्डर किसी भी ट्रैफिक मूवमेंट के लिए बंद है. इसके अलावा झारोदा, धांसा, दौराला झटीकरा, बडूसरी, कापसहेड़ा, राजोखरी NH 8, बिजवासन / बजघेरा, पालम विहार और दुंदाहा बॉर्डर खुला है, जहां से यात्री अपनी यात्रा कर सकते हैं. (तस्वीर - अशोक सिंघल)