मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को नई चुनौती मिलने जा रही है. मशहूर कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर आज अपनी पार्टी का ऐलान करने वाले हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.
मालूम हो कि अखंड भारत मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एससी-एसटी एक्ट का विरोध करते हुए कहा था कि सांसद हम लोगों की आवाज नहीं सुन रहे हैं. मैं सरकार के विरुद्ध नहीं हूं. सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानीं तो मध्य प्रदेश के बाद लोकसभा का चुनाव भी लड़ा जाएगा.
आपको बता दें कि एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के बाद देवकीनंदन ठाकुर सवर्ण समाज के नेता के तौर पर उभर कर सामने आए थे. उन्होंने कई जगह मध्य प्रदेश में इसे लेकर आंदोलन किए जिसके कारण उन्हें पुलिस ने हिरासत में भी लिया था.
माना जा रहा है कि देवकीनंदन ठाकुर की पार्टी बीजेपी और कांग्रेस को उन सीटों पर नुकसान दे सकती है, जहां सवर्ण समाज की अच्छी तादाद है. क्योंकि देवकीनंदन ठाकुर सवर्ण समाज के बीच अच्छा ख़ासा दबदबा रखते हैं.
अब बात देवकीनंदन ठाकुर की करें तो उनका जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा के ओहवा गांव में 12 सितंबर 1978 को हुआ था. एक ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए देवकीनंदन छह साल की उम्र से ही आध्यात्म के रास्ते पर हैं.
वो बचपन में हो घर को छोड़ श्रीधाम वृंदावन में रहने लगे थे. यहां निंबार्क संप्रदाय के अनुयायी के रूप में उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा के तहत अपनी आध्यात्मिक शिक्षा दीक्षा ली.
यहीं से उनको दर्शकों ने ठाकुरजी नाम दिया गया. ग्रंथ, शास्त्र और भागवत ज्ञान अपने गुरु आचार्य पुरुषोत्तम शरण शास्त्री से प्राप्त किया और वर्ष 1997 से दिल्ली से कथा करनी शुरू की. आज वह विदेशों में भी कथा कहने के लिए जाते हैं.