रूस में प्रशांत महासागर की अवाचा खाड़ी में बड़ी प्राकृतिक तबाही होने की बात सामने आई है. यहां बीते कुछ दिनों से बड़ी संख्या में समुद्री जीव मृत मिल रहे हैं. बताया जा रहा है कि अवाचा खाड़ी के समंदर में 95 प्रतिशत समुद्री जीवों की मौत हो चुकी है. जिसे रूस की अब तक की सबसे बड़ी समुदी त्रासदी कहा जा रहा है. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि समुद्री जीवों की मौत की वजह क्या है.
अवाचा खाड़ी के Khalaktyrsky बीच पर ऑक्टोपस, सील, केकड़े, मछलियों समेत कई जीव मृत मिल रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इस समुद्री तबाही की फोटो वायरल हो रही है. जिसके बाद प्रकृति प्रेमी दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
द मास्को टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ वैज्ञानिक समुद्री जीवों की मृत्यु के पीछे प्रदूषण को वजह बता रहे हैं तो वहीं कुछ वैज्ञानिक समंदर के अन्दर ज्वालामुखी फटने और सैन्य परीक्षण के दौरान रॉकेट ईंधन लीक होने की बात कह रहे हैं. इस घटना की जांच करने के लिए एक स्पेशल कमीशन गठित कर दिया गया है.
शुरूआती जांच में यह पता लगा है कि ना केवल समुद्री जीवों बल्कि इंसानों पर भी इस प्राकृतिक तबाही का असर हुआ है. कुछ स्थानीय मछुआरों और सर्फर्स ने बताया कि पानी से किसी पेस्टीसाइड जैसी गंध आ रही है. वहीं, समंदर में सर्फिंग करने वाले कुछ लोगों ने उल्टियां, गले में दर्द और आंखों में जलन होने की भी बात कही है.
पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाली संस्था ग्रीनपीस ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने पानी के चार टेस्ट किए जिसमें यह पाया गया कि पानी में कोई पेट्रोलियम जैसा पदार्थ है. जिसकी वजह से समुद्री जीवों की मौत हुई है. स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ दिनों से सील, ऑक्टोपस और समुद्री मछलियां मरकर बीच पर आ रही हैं. इस तरह की घटना उन्होंने पहली बार देखी है.
वहीं, क्षेत्रीय गवर्नर व्लादिमीर सोलोडोव ने इस बारे में कहा कि Khalaktyrsky बीच के आसपास के समंदर में पानी विषाक्त हो गया है. ग्रीनपीस ने भी समुद्री जीवों के विलुप्त होने की चेतावनी दी है. सोलोडोव ने आगे कहा कि विशेषज्ञ इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह घटना कुछ विषैले पदार्थों के फैलने की वजह से हुई है. क्योंकि बीच के पास ही सैन्य परीक्षण स्थल, रेडगिनो है. जो समुद्र से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है और अगस्त में यहां ड्रिल की गई थी. उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है.