इंग्लैंड में सेक्स पार्टियां कराने वाली एक कंपनी अनबेन्नेंट को सरकार की तरफ से 36 हजार पाउंड्स यानि लगभग 37 लाख रूपए की फंडिंग मिली है. इंग्लैंड की आर्ट्स काउंसिल ने अनबेन्नेंट कंपनी को फंडिंग की है. इस फैसले पर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं और विरोध भी जताया है. आलोचकों का कहना है आम आदमी के टैक्स के पैसों को इस तरह खर्च नहीं किया जाना चाहिए.
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इस मामले में आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड का कहना है कि उन्होंने ये कैश कोरोना कल्चर रिकवरी फंड से दिया है और आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड ने इस क्लब को एक क्रिएटिव प्रोडक्शन कंपनी बताया है जिसके चलते ईस्ट लंदन की इकोनॉमी में बूस्ट आ सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty Images)
गौरतलब है कि अनबेन्रेंट का एक मशहूर क्लब है जिसका नाम क्लब वेरबेटोन है. ये एक एलजीबीटीक्यू फ्रेंडली क्लब है और इसे बीडीएसएम क्लब के तौर पर प्रचारित किया जाता है. इस क्लब में आने वाले लोगों की सिक्योरिटी और सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा जाता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty Images)
इस क्लब में जाने के लिए खास तरह के ड्रेसकोड का इस्तेमाल किया जाता है. क्लब के एक प्रवक्ता ने खुशी जताते हुए कहा कि इस फंडिंग से हमें आर्थिक तौर पर बहुत ज्यादा मदद मिली है. ईस्ट लंदन में मौजूद इस क्लब का एक सोशल मीडिया ग्रुप भी है जहां 5000 से ज्यादा लोग एक्टिव हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty Images)
इसके अलावा इस क्लब के इंस्टाग्राम पर 15 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं. आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड का कहना है कि ये कंपनी कोरोना काल के चलते ध्वस्त हुई नाइटलाइफ इकोनॉमी में नई जान फूंक सकती है और इस फंडिंग के सहारे ये कंपनी कई नई नौकरियां क्रिएट कर सकती है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty Images)
आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड के बयान में ये भी कहा गया कि हम समझ सकते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो सभी के लिए नहीं होती है लेकिन एक मल्टीकल्चरल देश होने के नाते ये हमारी जिम्मेदारी बनती हैं कि हम ऐसी संस्थाओं को भी प्रोटेक्ट करें जो मुख्यधारा समाज से अलग है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Pexels)
गौरतलब है कि आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड सरकार द्वारा फंड की गई संस्था है जो डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स से जुड़े आर्टिस्टिक गतिविधियों को प्रमोट करने में मदद करती है. इस संस्था का निर्माण साल 1994 में हुआ था. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Pexels)