1 अक्टूबर से दुबई में 'दुबई एक्सपो 2020' की शुरुआत हो रही है जिसमें लोगों को मिनी इंडिया की झलक दिखेगी. यह कार्यक्रम साल 2020 में ही होना था लेकिन कोरोना महमारी की वजह से इसमें एक साल की देरी हुई है. बिजनेस की दुनिया का यह इवेंट 6 महीने तक चलेगा. इस कार्यक्रम में 190 से ज्यादा देश हिस्सा ले रहे हैं जिसमें हर देश अपने व्यापार, पर्यटन, संस्कृति, समृद्धि, ऐतिहासिकता से पूरी दुनिया को परिचित कराएगा. हर देश के पवेलियन अपनी थीम और देश की बढ़ती हुई ताकत और क्षमता से दुनिया को रूबरू करवाएंगे. (इनपुट - शानेर सिद्दीकी)
वैसे तो भारत के UAE से हमेशा अच्छे रिश्ते रहे हैं लेकिन दुबई एक्सपो में भारत अपने दोस्त UAE की ज़मीन से दुनिया को अपनी क्षमता से रूबरू करवाएगा. इसके लिए लगभग 5 अरब की लागत से बन रहा भारतीय पवेलियन जुलाई 2021 तक भारतीय एक्सपो टीम को हैंडओवर कर दिया जाएगा. यह पवेलियन 4,800 वर्गमीटर के क्षेत्र में बनाया जा रहा है.
यूएई में भारतीय दूतावास के तरफ से जारी किए गए वीडियो में बताया गया है कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर देश अपने कभी न खत्म होने वाले अवसरों के साथ एक नया और गतिशील भारत पेश करेगा. वीडियो को साझा करते हुए, अबू धाबी में भारतीय दूतावास ने अरबी भाषा में कहा कि पवेलियन "भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय संबंधों और भारत के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रभाव को गहरा करने के लिए एक वसीयतनामा है."
अगर पवेलियन की बात करें तो फर्श, लुक, पेंटिंग, फ्रंट फेस और स्ट्रक्चर सहित लगभग 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है. अप्रैल 2021 के अंत तक पवेलियन का स्ट्रक्चरल काम पूरा हो जाने के बाद क्यूरेशन और प्रदर्शनी से संबंधित कार्य किए जाएंगे.
इंडिया पवेलियन में घूमने वाले पैनल को मोज़ेक के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो कि अपनी धुरी पर घूमते हुए विभिन्न विषयों को चित्रित करेगा. यह "इंडिया ऑन द मूव" की थीम के आधार पर तैयार किया गया है. इसमें दिखाया जाएगा कि समृद्ध विरासत और तकनीकी विकास का यह देश अनूठा संगम है. पवेलियन द स्टेट ऑफ़ द आर्ट बिल्डिंग है, जो एक्सपो में सबसे बड़े मंडपों में से एक है और 3 मंडपों में से एक है जो भारतीय विरासत को प्रमुखता से दिखाएगा.
जैसा कि भारत 75 साल के आधुनिक भारत का जश्न मना रहा है. इसी तर्ज पर भारतीय पवेलियन सभी क्षेत्रों में आधुनिक दुनिया में भारत के उदय का प्रदर्शन करेगा और भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अगले 75 वर्षों के लिए अपना रोडमैप साझा करेगा. भारत अपने त्योहारों को अपने विशाल परिसर में भी मनाएगा और सभी प्रतिभागियों को आमंत्रित करेगा. इस दौरान दीवाली, लोहड़ी, पोंगल, बसंत पंचमी और होली का आयोजन भी किया जाएगा.
भारतीय पवेलियन को दो भागों में बांटा गया है भाग A और भाग B. भाग A में भारत की कहानी है जो वहां आने वाले आगंतुक को भारत को समझने और भारतीय संस्कृति से परिचित करवाएगा. वहीं दूसरे हिस्से यानी कि भाग B में बिजनेस शोकेसिंग है. इसमें अलग-अलग राज्यों के प्रमुख व्यापार को दिखाया जाएगा. ग्राउंड फ्लोर पर जैसे ही आप साइड ए, इंडिया स्टोरी की ओर से मंडप में प्रवेश करेंगे आप एक सुरंग में प्रवेश कर जाएंगे जिसके बाद अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की लंबी छलांगों की आपको जानकारी मिलेगी. भारत की यात्रा के माध्यम से उन्हें अंतरिक्ष जैसी अनुभूति मिलेगी जिसमें एक तरफ भारत के मंगल मिशन की अद्भुत कहानी को प्रदर्शित किया गया है. वहीं दूसरी तरफ वहां आने वाले लोग स्वस्थ्य रहने के लिए भारतीय योग और औषधीय जड़ी-बूटियों के माध्यम से मानव जीवन को स्वस्थ्य बनाए रखने की कला सीखेंगे.
एक्सपो में एक राष्ट्र (भारत) जिसे प्राचीन दुनिया में शून्य के आविष्कारक और आधुनिक काल में आईटी और आईटीईएस में एक विश्व लीडर के रूप में जाना जाता है उसकी झलकियां दिखेंगी. भारत के कुल निर्यात का 45% सॉफ्टवेयर (IT & ITES) निर्यात करता है. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भारत को एक पसंदीदा स्थान जिसमें योग, प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी जैसी समग्र चिकित्सा प्रणाली और साथ ही नवीनतम तकनीक के साथ सस्ती उन्नत एलोपैथिक चिकित्सा सेवाओं के अग्रणी देश के रूप में भी प्रदर्शित किया जाएगा.
ऑटोमोबाइल पुर्जों, ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग उत्पादों, वस्त्र, चमड़ा, गहने, पॉलिश हीरे, फार्मा उत्पादों, पत्थर, प्रसंस्कृत भोजन, आदि के लिए भी भारत को वैश्विक लीडर के तौर पर वहां प्रदर्शित किया जाएगा. वहां आपने वाले मेहमानों को अंतरिक्ष विज्ञान, जैव-प्रौद्योगिकी, आईटी और आईटीईएस, आधुनिक बुनियादी ढांचे, स्मार्ट शहरों, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, मनोरंजन, आतिथ्य सहित कई क्षेत्रों में नई तकनीक, अनुसंधान और निवेश के लिए सहयोग और साझेदार के असीम अवसरों की जानकारी दी जाएगी.
भारत के प्रधान कोंसुलेट (प्रेस और इनफार्मेशन) सिद्धार्थ कुमार बराईली ने बताया कि भारत यूएई व्यापार बढ़ते पथ पर है और हम निकट भविष्य में द्विपक्षीय व्यापार में 100 बिलियन अमेरिका डॉलर का आंकड़ा प्राप्त करने के लिए आशान्वित हैं. एक्सपो 2020 भारतीय व्यवसायों और कंपनियों को खुद को बढ़ावा देने और क्षेत्र में बाजारों के दोहन के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करने का अवसर देगा.